बडे़ नेताओं के दिल ही नहीं ब्लड ग्रुप भी नहीं मिलते

लोकसभा चुनाव का रण रंग में आता जा रहा है। चुनावी मौसम में जिस तरह से ज्यादातर बड़े नेताओं के दिल नहीं मिलते, उसी प्रकार से उनके ब्लड ग्रुप भी मेल नहीं खाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा प्रमुख मायावती आदि के ब्लड ग्रुप अलग-अलग हैं। राजनीतिक दलों के डीएनए के बारे में सभी लोग भलीभांति जानते-समझते हैं, लेकिन इनके नेताओं का शारीरिक डीएनए भी उनके दल की राह पर ही चलता है। पांच साल से अपने तीखे तेवर और सभी मुद्दों पर विपक्ष पर चोट करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ब्लड ग्रुप ए पॉजीटिव है। राफेल और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार की मजबूती से घेराबंदी करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ग्रुप बी निगेटिव है। उनकी बहन और पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी निभा रही प्रियंका गांधी का ब्लड ग्रुप ओ निगेटिव है।  भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद देश को अपनी चुनावी रणनीति का लोहा मनवाने वाले अमित शाह का ब्लड ग्रुप ए-पॉजीटिव है। केंद्र सरकार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह का ब्लड ग्रुप ए पॉजीटिव है। यूपी के मुख्यमंत्री और प्रदेश में भाजपा का 2014 का प्रदर्शन दोहराने का जिम्मा निभा रहे योगी आदित्यनाथ का ब्लड ग्रुप एबी पॉजीटिव है। भाजपा की तेज तर्रार नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का ब्लड ग्रुप एबी पॉजीटिव है।

अखिलेश-मायावती का ब्लड ग्रुप समान

यूपी में 25 साल से चली आ रही दिलों की खटास और अदावत दूर करके भाजपा के विजय रथ को रोकने को तत्पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के ब्लड ग्रुप एक ही है। दोनों का ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का भी ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव।

प्रमुख वीवीआईपी के ब्लड ग्रुप

नाम               ब्लड ग्रुप

नरेंद्र मोदी           ए-पॉजिटिव

अमित शाह         ए-पॉजिटिव

राजनाथ सिंह       ए-पॉजिटिव

सीएम योगी         एबी-पॉजिटिव

अखिलेश यादव     बी-पॉजिटिव

मुलायम सिंह        बी-पॉजिटिव

राहुल गांधी          बी-निगेटिव

प्रियंका गांधी        ओ-निगेटिव

सोनिया गांधी        बी-निगेटिव

मायावती             बी-पॉजिटिव

मुरली मनोहर जोशी बी-पॉजिटिव

अमर सिंह            बी-पॉजिटिव

उमा भारती           एबी-पॉजिटिव

एलके आडवाणी     ओ-पॉजिटिव