बिना रूट धूल फांक रहीं लो फ्लोर बसें

जनता को नहीं मिली रही यातायात की सुविधा, दिक्कतें झेलने के लिए हो रहे मजबूर

 चंबा—लोग बस सेवा की खातिर प्रशासन के द्वार पहुंच रहे हैं ओर रूट बहाल न हो पाने की स्थिति में एचआरटीसी की बसें धूल फांक रही हंै। जवाहर लाल नेहरू शहरी एवं ग्रामीण मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत प्रदेश में चलाई गई नीले रंग की लो फ्लोर बसों को मनाई के बाद भी निगम प्रबंधन ने कलस्टर से बहार शुरू कर दिया था, जिसका खामिजयाजा आम जन सहित पथ परिवहन निगम को भी भुगतना पड़ रहा है। कलस्टर से बाहर चल रही बसे ऑफ रूट हो गई, जिससे लोगांे को मिलने वाली सुविधा भी बंद हो गई। अब लोग बंद पड़े एवं अन्य नए रूटों पर बस सुविधा की मांग कर रहे हैं ओर निगम प्रबंधन के रूट बहाल नहीं हो पा रहे हैं। निगम के बेड़े में लो फ्लोर बसे आने के बाद प्रबंधन की ओर से कलस्टर से बहार लो फलोर बसों को चलाया जा रहा था, जिसे लेकर नजी बस ऑपरेटर्ज ने न्यायालय में याचिका दायर की थी। निगम के बेड़े मंे जेएनयूआरएम की बसे आने से कई रूट ऐसे थे, जिसमें निजी बसों के साथ ही यह बसें दौड़ रही थी। जिसका भी निजी बस आपरेटर विरोध कर रहे थे। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद बाद इक्का-दुक्का रूट को छोड़ कर बस स्टैंड में यह जेएनयूआरएम की बसें धूंल फांक रही हैं। हालांकि लास्ट इयर निजी बस आपरेटर्ज एंव निगम प्रबंधन के बीच हुई मीटिंग में उचित समय सारिणी पर बसों को कलस्टर के अंदर चलाने को लेकर सहमति बनी है, जिसके बाद बंद पड़े रूट बहाल होने की उम्मी जगी थी, लेकिन अभी तक स्थिति क्लियर नहीं हो पाई है। जेएनयूआरएम के तहत चंबा को 50 बसें मिली हैं। इनमें से दस से 15 बसेें लोगांे को सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। बाकी सभी बसें ऑफ रूट होने पर खड़ी हैं। पहाड़ी जिला चंबा में बस सेवा को लेकर कई लोग तरस रहे हैं, जिसे लेकर कई दफा उपायुक्त एवं आरएम एचआरटीसी के पास भी गुहार लगा चुके हैं। वहीं सलूणी क्षेत्र में तो एक दफा बस सुविधा न मिलने पर लोगों ने चक्का जाम कर दिया था।