राममंदिर के लिए बैठेगी धर्म संसद

बिलासपुर में विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष का खुलासा

 बिलासपुर —उत्तर प्रदेश में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर गहन मंथन करने के लिए धर्मसंसद बैठेगी। इस बाबत शेड्यूल भी फाइनल कर लिया गया है। उत्तराखंड के हरिद्वार में 19 और 20 जून को होने जा रही इस धर्मसंसद में देश भर से विश्व हिंदू परिषद के विद्वान शिरकत करेंगे और गहन मंथन करने के बाद राममंदिर निर्माण को लेकर आगामी कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी। यह खुलासा विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बिलासपुर में विशेष बातचीत में किया है। उन्होंने कहा कि देश में बनने जा रही नई सरकार पर भी दबाव बनाया जाएगा, जिसके लिए सरकार को पहले साल केवलमात्र इस मुददे पर बार बार याद दिलाई जाएगी। आलोक कुमार मंडी जिला के सुंदरनगर में इंद्रप्रस्थ क्षेत्र (हिमाचल, दिल्ली, जेएंडके, पंजाब व हरियाणा) के चल रहे वर्ग में विशेष अतिथि के रूप में शिरकत करने आए थे और शनिवार को बजरंग दल हिमाचल प्रदेश के प्रांत संयोजक के निवास स्थान बिलासपुर इंडस्ट्रियल एरिया में अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने बताया कि केंद्र में सरकार बनने के बाद अभी एक साल तक राम मंदिर मामले की याद दिलाई जाती रहेगी, क्योंकि यह मसला एक अहम विषय है, जिस पर जोर-शोर से काम किया जाएगा। उन्होंने दोटूक कहा है कि दो बातों पर किसी के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा, एक तो यह कि जहां प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ मंदिर भी वहीं बनेगा और दूसरा यह कि सांस्कृतिक आयोध्या में मुस्लिम समाज कम है, लिहाजा वहां पर किसी बड़ी मस्जिद की आवश्यक भी नहीं है। बाकी हर रास्ता बातचीत के जरिए निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। अभी तक राम मंदिर को लेकर चल रहे विवाद का मसला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।