वीरभद्र सिंह का अर्की किला ध्वस्त

सोलन -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मैजिक के आगे छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री व दो बार केंद्रीय मंत्री रहे वीरभद्र सिंह का अर्की का किला भी बुरी तरह ध्वस्त हो गया है। भाजपा प्रत्याशी को अर्की विधानसभा क्षेत्र से 29459 मतों की लीड कांग्रेसी प्रत्याशी से मिली है। अर्की निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में कुल 65287 मतदाताओं ने मत का प्रयोग किया था। इसमें सुरेश कश्यप को 46453 मत व कांग्रेस के उम्मीदवार कर्नल धनीराम शांडिल को मात्र 16999 मत ही प्राप्त हुए। अर्की से वीरभद्र सिंह वर्तमान में विधायक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के युवा नेता रतन पाल को करीब छह हजार मतों से हराया था, परंतु मात्र डेढ़ वर्ष के भीतर ही उनका मतदाताओं पर जादू मोदी लहर के आगे धाराशायी हो गया है। भाजपा ने न केवल छह हजार मतों की लीड हटाई, बल्कि 29459 मत कांग्रेस के प्रत्याशी से और अधिक प्राप्त कर लिए। कांग्रेस के लिए यह एक बहुत बड़ा झटका समझा जा रहा है। इस बार के चुनाव की विशेषता यह रही कि किसी भी बड़े केंद्रीय नेता का अर्की में आगमन नहीं हुआ, परंतु फिर भी अर्की निर्वाचन से इतनी अधिक लीड भविष्य के बदलते राजनीतिक समीकरण की ओर इंगित करते हैं।