वोट की ‘फसल’ बटोरने में जुटे नेता

चंबा के लोगों को झूठे सपनों का आश्वासन देकर चलती बनीं पार्टियां

चंबा –लोकसभा चुनावों के आते ही सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी जिला चंबा मंे वोटों की फसल बटोरने के लिए झूठे आश्वासन ओर रंगीन स्वप्न दिखाने को आर रहे हैं। मगर किसी भी दल ने चंबा जिला की समस्याओं बारे न तो कोई बयान दिया ओर न ही उस पर कोई चर्चा की। जिला के कई मार्ग भारी वर्षा एवं भू-स्खलन से महीनों अलग-थलग पड़े रहे। बिजली पानी टूटी सड़कों के कारण यहां आपात की स्थिति बन गई। न मुख्यमंत्री ने न सांसद ने इस बारे कोई सुध ली। वर्तमान में भी देहातों की जिंदगी पूरीत रह पटरी पर नहीं आ पाई है। अब तो लोगांे ने प्रत्याशियों के रोड शो ओर रैलियों मंे भी रूची नहीं दिखाई है। जन हित सभा चंबा के संयोजक शादी लाल, प्रधान किशोर शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने उपरोक्त बातों को उजागर करते हुए राजनीतिक पार्टियों एवं नेताओं  की ओर से सेल्फ साधने पर नारजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में भी साढ़े आठ हजार के करीब लोगांे ने नोटा का इस्तेमाल किया था तथा विधानसभा चुनावों मंे 3300 के करीब लोगांे ने नोटा का उपयोग किया था। जनहित संगठन के अनुसार पूर्व सांसद शांता कुमार ने चंबा में पासपोर्ट कार्यालय खोलने का बादा किया था, लेकिन वह भी अनदेखी की बलि चढ़ गया। उन्होंने सवाल किया कि वर्ष 2016 में कंेद्रीय मंत्री नितिन गड़करी द्वारा सिद्धांत मंजूरी मिलने पर भी एनएच द्रम्मण से साच पास पांगी तथा चुवाड़ी जोत का कार्य शुरू क्यों नहीं हुआ तथा पांगी के लिए दो सुरंगे क्यों नहीं बन पाई।