शिष्य की जानदार एंट्री गुरु की शानदार विदाई

पालमपुर -लोकसभा में ‘शिष्य’ की जानदार एंट्री के साथ कांगड़ा संसदीय क्षेत्र की जनता ने ‘गुरु’ को चुनावी राजनीति से शानदार विदाई दी है। कांगड़ा संसदीय सीट के मतदाताओं ने भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का मान रख लिया और चुनावी राजनीति को अलविदा कह चुके शांता कुमार को विदाई का शानदार तोहफा दिया। शांता कुमार ने किशन कपूर को दो लाख से अधिक मतों से जितवाने की बात बार-बार कही थी। किशन कपूर को लोगों का पूरा सहयोग मिला और जीत का अंतर साढ़े चार लाख से ज्यादा रहा। गौर रहे कि लोकसभा चुनावों में शांता कुमार 1.70 लाख वोट से जीते थे। वोट का गणित इन लोकसभा चुनावों में कुछ नए कीर्तिमान भी स्थापित कर गया। भाजपा उम्मीदवार किशन कपूर को जहां सात लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए, वहीं उनकी जीत का आंकड़ा 2014 के चुनावों में शांता कुमार को मिले कुल वोटों के आसपास रहा। शांता कुमार को 2014 के चुनावों में 4.60 लाख के करीब मत मिले थे, वहीं इस बार किशन कपूर ने करीब इतने ही मतों से जीत हासिल की। उधर, कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। कांग्रेस उम्मीदवार को 2004, 2009 और 2014 के चुनावों में मिले वोटों से भी कम मत हासिल हुए। 2014 के चुनावों में हारे कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्र कुमार को करीब 2.90 लाख वोट मिले थे, लेकिन इस बार कांग्रेस उम्मीदवार आंकड़ा भी नहीं छू सके।

जब शांता ने डाली नाटी

अपने राजनीतिक शिष्य किशन कपूर की जीत के लिए पूरे दमखम के साथ चुनाव प्रचार में डटे रहे शांता कुमार ने साढ़े चार लाख वोटों से कपूर की जीत को ऐतिहासिक बताया है। शांता कुमार ने कहा कि कांग्रेस का अनेक प्रदेशों में खाता भी नहीं खुल पाया और लोकसभा में एक कमजोर विपक्ष होगा। उन्होंने इतने अधिक मार्जिन से भाजपा उम्मीदवार की जीत के साथ पूरे देश में भाजपा की शानदार जीत के लिए जनता को बधाई दी। जीत की मुबारक देने आए समर्थकों के साथ शांता कुमार ने ‘बहारें फिर भी आएंगी‘ गीत गुनगुनाकर अपनी खुशी का इजहार किया और कुछ देर समर्थकों के साथ झूमे भी। इस दौरान शांता कुमार ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।