सात अंक सुधरी एचपीयू की रैंकिंग

नेशनल इंस्टीच्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्म की कसौटी पर 171 से 164 वें स्थान पर पहुंचा विश्वविद्यालय

शिमला – हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला को एनआईआरफ (नेशनल इंस्टीच्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्म) से पिछले साल के मुताबिक रैंकिंग में इस साल सात अंक ज्यादा मिले हैं। अखिल भारतीय स्तर पर इस बार बेहतरीन स्थान पाने पर एचपीयू ने खुद अपनी ही पीठ थपथपाई है। बता दें कि वर्ष 2018 में 171वें स्थान से सात स्थानों का सुधार करते हुए इस बार विश्वविद्यालय को 164वां स्थान प्राप्त हुआ है।  एचपीयू अभी तक अपना नाम टॉप टेन व हंडरेड में नाम शामिल नहीं कर पाया है। एचपीयू के अनुसार भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग ढांचे में विभिन्न मापदंडों में सुधार के फलस्वरूप इस बार विश्वविद्यालय को रैंकिंग में बेहतर पाठयक्रम, मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि और आईसीटी युक्त स्मार्ट क्लासरूम की भूमिका रही है। एचपीयू प्रशासन का कहना है कि विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक विभागों, शोध केंद्रों विशेष रूप से जीव विज्ञान और विज्ञान के अन्य विषयों में बीते वर्ष गुणात्मक शोध कार्य हुआ है। इस अवधि के दौरान विश्वविद्यालय में नेट/सेट सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण व सफल छात्र-छात्राओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है। विवि के बहुत से प्राध्यापकों ने अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों द्वारा वित्त पोषित शोध कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस बार राष्ट्रीय स्तर पर सात स्थानों में सुधार कर विश्वविद्यालय ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपने शोध और प्रसार का लोहा मनवाया है। वर्तमान में विवि के सांध्यकालीन अध्ययन केंद्र के अतिरिक्त पंचवर्षीय विधिक संस्थान, विवि सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान और विवि व्यवसायिक प्रबंध महाविद्यालय ने तकनीकी प्रबंध और विधि शिक्षा के प्रसार में प्रदेश का नाम रोशन किया है।