सैम के बयान पर घिरी कांग्रेस

सिख दंगों पर बिगड़े बोल से भाजपा ने बोला हमला, राहुल के घर प्रदर्शन

रोहतक – लोकसभा चुनाव के आखिरी दो चरणों से पहले 1984 के सिख दंगों को लेकर कांग्रेस पर लगातार हमलवार बीजेपी को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विवादित बयान से नया हथियार मिल गया है। शुक्रवार को पीएम मोदी ने जहां रोहतक रैली में पित्रोदा के बयान से सिख दंगों पर कांग्रेस को घेरा, तो वहीं दिल्ली में बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 12 तुलगक लेन स्थित निवास पर हल्ला बोलकर प्रदर्शन किया। पीएम मोदी ने सिख दंगों पर पूर्व पीएम राजीव गांधी के दिए गए बयान से भी पार्टी को निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि इससे कांग्रेस की मानसिकता का पता चलता है। वे सालों तक ऐसा कर चुके हैं। राजीव गांधी ने कहा था कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है। पीएम मोदी ने कहा कि इनके लिए जीवन की कोई कीमत नहीं है। इनके ये तीन शब्द कांग्रेस के चरित्र को दर्शाते हैं।

यह बोले थे

सैम पित्रोदा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 1984 दंगों में जो हुआ सो हुआ, लेकिन मोदी सरकार को बताना चाहिए कि उसने पांच सालों में क्या काम किए हैं।

बाद में मांग ली माफी

1984 के सिख दंगों के संबंध में सैम पित्रोदा के ‘हुआ तो हुआ’ वाले बयान पर मचे विवाद के बाद कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को माफी मांग ली। पित्रोदा ने कहा कि मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, इसलिए मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। मेरे कहने का मतलब था कि जो हुआ वो बुरा हुआ, मैं अपने दिमाग में बुरा का अनुवाद नहीं कर सका था। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि मेरा बयान गलत ढंग से पेश किया गया। मैं माफी मांगता हूं।

यह पार्टी की राय नहीं

कांग्रेस पार्टी ने भी इस संबंध में बयान जारी कर पूरे मामले पर सफाई दी थी। कांग्रेस ने कहा कि हमारे समाज में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। पार्टी की तरफ से कहा गया कि कांग्रेस पार्टी और इसके नेतृत्व ने हमेशा 1984 के दंगा पीडि़तों के लिए न्याय सुनिश्चित किया है। कांग्रेस ने कहा कि इस संबंध में सैम पित्रोदा की तरफ से आया बयान कांग्रेस पार्टी की राय नहीं है।