हिमाचल को लगेगा महंगी बिजली का झटका

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए दरों में 30 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की हो रही तैयारी

शिमला -हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभेक्ताओं को जल्द ही महंगी बिजली का झटका लगने वाला है। वित्तीय तंगी में फंसी सरकार भी शायद ही लोगों पर पड़ने वाले बोझ को खुद वहन सकेगी। सूत्रों के अनुसार प्रदेश के नए बिजली टैरिफ का खाका तैयार हो चुका है, जिसे जल्दी ही लागू कर दिया जाएगा। बिजली बोर्ड ने जितनी बढ़ोतरी की इजाजत विद्युत नियामक आयोग से मांगी है, उसके मुताबिक प्रदेश में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं पर प्रति यूनिट 30 पैसे तक की बढ़ोतरी हो सकती है। पता चला है कि विद्युत नियामक आयोग ने बिजली बोर्ड से कुछ मामलों में सूचनाएं मांगी हैं, जिसके साथ ही नया टैरिफ घोषित कर दिया जाएगा। यहां बता दें कि प्रदेश सरकार ने घरेलू उपभोक्ताआें को दी जानी वाली सबसिडी की राशि भी 470 करोड़़ रुपए ही रखी है, लेकिन इसके बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं पर अधिक दामों का भार पड़ना तय है। इस बार सरकार की सबसिडी भी इन उपभोक्ताओं को राहत नहीं दे पाएगी। यदि सरकार सबसिडी की राशि बढ़ाती है, तभी राहत मिलेगी, लेकिन खुद सरकार की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। बताया जाता है कि बिजली बोर्ड ने इस वित्त वर्ष के लिए नियामक आयोग से अपने बजट में 1062 करोड़ रुपए की ज्यादा राशि मांगी है। उसने कुल 6451 करोड़़ रुपए का बजट मांगा है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में उसकी डिमांड करीब 53 सौ करोड़ रुपए की थी। इसमें 1062 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की मांग की जा रही है, जिस पर नियामक आयोग ने बोर्ड से जवाब भी मांगा है। ऐसी स्थिति में इस बार नए टैरिफ में प्रदेश के हरेक उपभोक्ता पर बिजली का बोझ बढ़ेगा। सरकार जो सबसिडी देती है, उससे घरेलू उपभोक्ताओं को एक रुपए प्रति यूनिट की दर पर बिजली मिलती है। वैसे घरेलू उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ एक रुपए 80 पैसे प्रति यूनिट का है, जिसमें 30 पैसे प्रति यूनिट तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बिजली बोर्ड द्वारा ज्यादा बजट की डिमांड के कारण यहां पर उपभोक्ताओं  को बिजली का करंट लगना तय माना जा रहा है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते नियामक आयोग ने अपने टैरिफ को रोककर रखा, लेकिन अब चुनाव खत्म हो गए हैं लिहाजा नया टैरिफ भी आएगा।

अप्रैल महीने से ही लागू होंगी नई दरें

प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को नई बढ़ी दरों के हिसाब से बिजली का बिल अप्रैल महीने से चुकता करना होगा। ये दरें अप्रैल महीने से प्रदेश में लागू होंगी। यह भी बता दें कि पिछले साल नियामक आयोग ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरें नहीं बढ़ाई थीं, लेकिन इस बार इन दरों में बढ़ोतरी की पूरी आशंका है।