हिमाचल क्रिकेट पर पड़ते रहे सियासी बाउंसर

हमीरपुर – पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में होने वाले विकास और सियासत का हमेशा चोली-दामन का साथ रहा है। प्रदेश में शुरू से ही कांग्रेस और भाजपा का बारी-बारी स्वामित्व रहा। विडंबना यह रही कि एक पार्टी द्वारा करवाए गए विकास को दूसरी पार्टी ने हमेशा सियासी रंग दिया। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस जहां एक-दूसरे के काम में सियासी बेनिफिट ढूंढती रही, वहीं रोड़े अटकाने का काम भी बदस्तूर जारी रहा। चौंकाने वाली बात यह रही कि क्रिकेट जैसी खेल भी सियासत से अछूती नहीं रही। एचपीसीए के गठन और अंतरराष्ट्रीय धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के बाद महानगरों में खेले जाने वाले क्रिकेट ने जब फुल लैज पहाड़ी राज्य में दस्तक दी तो टीवी पर चौके-छक्के देखकर मन को तसल्ली देने वाले प्रदेश के युवाओं के सपनों में मानों पंख लगन लगे, क्योंकि पहाड़ी के गठीले और जोशीले युवा हमेशा कबड्डी, खो-खो, वालीबॉल जैसी खेलों में अपना भविष्य तलाशते रहे हैं। क्रिकेट के बल्ले तक पहुंच पाना उनके लिए काफी मुश्किल था। वर्ष 2000 में अनुराग ठाकुर जब एचपीसीए के अध्यक्ष बने और 2002 में एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम की बुनियाद रखी गई, तो मानों प्रदेश क्रिकेटमयी होता चला गया। वर्ष 2005 में क्रिकेट स्टेडियम बनकर तैयार हुआ और पहली बार पाकिस्तान की टीम का मैच यहां हुआ। यह पहला मौका था, जब बाहरी देश की कोई टीम हिमाचल जैसे छोटे से राज्य में मैच खेलने आई। उसके बाद देश-दुनिया के महान बल्लेबाजों ने आना शुरू कर दिया। वर्ष 2010 से 2013 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में आईपीएल मैच होते रहे, लेकिन 2013 के बाद क्रिकेट पर सियासत का साया पूरी तरह मंडरा गया, क्योंकि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी का एचपीसीए में हस्तक्षेप था, उससे तत्कालीन प्रदेश की कांग्रेस सरकार को लगने लगा था कि यह खेल और मैदान एचपीसीए का न होकर अध्यक्ष और सांसद अनुराग ठाकुर का हो रहा है। इस सियासी हलचल में ऐसा दौर भी आया कि प्रदेश के एकमात्र उस स्टेडियम पर ताले लग गए। उसके बाद यहां 2015 में टेस्ट मैच भी हुए। वन-डे इंटरनेशन (ओडीआई) मैच भी होते रहे, लेकिन आईपीएल मैचों को यहां ग्रहण सा लग गया। कांग्रेस आरोप लगाती है कि बीजेपी के सांसद और एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने अपने निजी फायदे के लिए हिमाचल में क्रिकेट को बढ़ावा दिया, लेकिन अनुराग कहते हैं कि उनका खुद का सपना महान क्रिकेटर बनने का था। बता दें कि अनुराग ठाकुर बीसीसीआई के अध्यक्ष भी रहे हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने अंडर-19 में नार्थ जोन को बतौर कैप्टन प्रतिनिधित्व भी था। वह भारतीय भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य भी रहे, उन्होंने वर्ष 1991-92 में इंग्लैंड में सीरीज खेली थी। वहीं प्रदेश ने क्रिकेट जगत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले ऋषि धवन, सुषमा वर्मा एवं हरलीन देओल जैसे क्रिकेट खिलाड़ी दिए। यही नहीं, आईपीएल में भी प्रदेश के कई के खिलाड़ी प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

नादौन; बिलासपुर, शिमला में भी स्टेडियम

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम के अलावा आज नादौन के अमतर में क्रिकेट स्टेडियम, बिलासपुर के लुहणू में क्रिकेट स्टेडियम एवं शिमला का गुना क्रिकेट स्टेडियम खेल प्रतिभाओं को निखार रहा है। इनके अतिरिक्त पूरे प्रदेश में 70 सब सेंटर क्रिकेट अकादमी के खोले हैं। जहां पर भी क्रिकेट क्षेत्र की छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का काम होता है।