23 सीटों पर हार-जीत के अंतर से ज्यादा नोटा को मिले वोट

नई दिल्ली – सत्रहवीं लोकसभा की 542 सीटों के लिए हुए चुनाव में 23 सीटों पर ‘इनमें से कोई नहीं’ (नोटा) को हार-जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले हैं। निर्वाचन आयोग ने सबसे पहले वर्ष 2013 में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में ईवीएम में सबसे नीचे उम्मीदवारों के बटन के बाद ‘नोटा’ का विकल्प दिया था, ताकि यदि किसी मतदाता को कोई भी उम्मीदवार पसंद न आए, तो वह इस विकल्प के जरिए अपना मत जाहिर कर सकता है। इस बार के लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चार-चार, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश तीन-तीन, ओडिशा और झारखंड में दो-दो तथा अंडमान एवं निकोबार, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक सीट पर हार-जीत का फैसला नोटा पर पड़े मतों से भी कम के अंतर से हुआ। उत्तर प्रदेश की मछलीशहर सीट पर भाजपा के भोलानाथ उर्फ बी.पी. सरोज ने बहुजन समाज पार्टी के त्रिभुवन राम को 181 मतों से पराजित किया, जबकि 10830 मत नोटा को मिले। प्रदेश की मेरठ सीट पर भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल बसपा के हाजी मोहम्मद याकूब से 4729 मतों से जीते, जबकि 6316 मत नोटा पर पड़े। राज्य की श्रावस्ती सीट पर भाजपा के ददन मिश्रा बसपा के राम शिरोमणि से 5320 मतों से हार गए। वहां 17108 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। पश्चिम बंगाल की आरामबाग सीट पर तृणमूल कांग्रेस 1142 मतों से जीती, जबकि नोटा पर 20,495 मत पड़े। झारग्राम सीट पर भाजपा 11767 मतों से जीती, जबकि 17692 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। राज्य की बर्दवान-दुर्गापुर सीट पर भाजपा 2439 वोट से विजयी रही, जबकि नोटा पर 18540 मत पड़े। मालदा दक्षिण सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार 8222 वोट से विजयी रहे। वहां नोटा का बटन 12062 लोगों ने दबाया। तेलंगाना की भोंगीर सीट पर कांग्रेस को 5219 मतों से विजय मिली, जबकि नोटा 12021 लोगों ने नोटा को चुना। मलकाजगिरि सीट पर कांग्रेस 10919 सीट से विजयी रही जबकि नोटा पर 17895 मत पड़े। राज्य की जहीराबाद सीट पर तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 6229 मतों के अंतर से जीत हासिल की। वहां नोटा को 11140 लोगों ने मत दिया। आंध्र प्रदेश की गुंटूर सीट पर तेलुगुदेशम के मौजूदा सांसद जयदेव गल्ला मात्र 4205 मतों से अपनी सीट बचा पाए। इस सीट पर नोटा का बटन 6006 लोगों ने दबाया। पार्टी के राम मोहन नायडू ने श्रीकाकुलम सीट पर 6653 मतों के अंतर से अपनी सीट बचाई, जबकि नोटा पर 25545 मत पड़े। तेलुगुदेशम के केसिनेनी श्रीनिवास भी महज 8726 वोट के अंतर से दुबारा चुने गए। इस सीट पर 8911 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। विशाखापट्टनम सीट पर वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवार 4414 मतों से विजयी हुए, जबकि नोटा पर 16646 वोट पड़े। अंडमान निकोबार सीट पर कांग्रेस ने 1407 मतों से विजय हासिल की, जबकि नोटा को 1412 मत पड़े। बिहार की जहानाबाद सीट से जनता दल यूनाइटेड उम्मीदवार 1751 मतों से जीते, जबकि वहां 27683 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। झारखंड की खूंटी सीट पर नोटा पर 21245 मत पड़े, जबकि भाजपा के अर्जुन मुंडा मात्र 1445 मतों से विजयी रहे। राज्य की लोहरदग्गा सीट पर भी भाजपा 10363 मतों से विजयी रही, जबकि नोटा पर 10783 वोट पड़े। कर्नाटक की चमराजनगर सीट पर भाजपा 1817 वोट से जीती। इस सीट पर 12716 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।