50 हलकों में पहुंची जयराम की चुनावी बयार

अंतिम 10 दिन में 18 विधानसभा क्षेत्रों का टारगेट, भाजपा के केंद्रीय नेता देंगे प्रचार को अंतिम रूप

शिमला —इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारकों से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अब तक 50 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी ताकत झोंकी है। वह सरकार और संगठन की टीम के सारथी बन कर प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में जनता का आशीर्वाद लेने पहुंच चुके हैं। देश में लोकसभा चुनावी अधिसूचना जारी होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अब तक यानी 57 दिन में प्रदेश के 50 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। ऐसे में अब उन्हें अंतिम 10 दिन में 18 विधानसभा क्षेत्रों का तूफानी दौरान पूरा करना होगा, जो चुनौतियों से कम नहीं हैं। प्रदेश में 19 मई को मतदान होना है। नियमों के मुताबिक 17 मई को चुनावी अभियान समाप्त हो जाएगा। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री अब शेष 10 दिन में 18 विधानसभा क्षेत्रों में वोटर्ज की नब्ज टटोलेंगे। हालांकि उनके साथ प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने भी हर संसदीय क्षेत्र में कदम रख चुके हैं, लेकिन सरकार और प्रदेश का मुखिया होने के नाते जयराम ठाकुर हर विधानसभा क्षेत्रों से लीड की आस में हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और सांसद शांता कुमार इस बार के चुनाव में भी पूरा दम दिखा रहे हैं। हालांकि प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार की ड्यूटी अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में लगाई गई है, लेकिन अब ये नेता सभी क्षेत्रों में हुंकार भरने निकल पड़े हैं।

आज किन्नौर में होंगे सीएम

मुख्यमंत्री बुधवार को जुब्बल-कोटखाई और किन्नौर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे। चुनावी अधिसूचना जारी होने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री किन्नौर के दौरे पर जा रहे हैं। सीएम सुबह स्पीति के की गोम्पा, किन्नौर के टापरी और उसके बाद जुब्बल में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां उनकी दो रैलियां होनी हैं। किन्नौर विधानसभा क्षेत्र से 2014 के चुनाव में सासंद रामस्वरूप शर्मा को लीड नहींमिली थी।

केंद्रीय नीतियां बनीं हथियार

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने केंद्रीय नीतियों को ही हथियार बनाया है। अब तक के चुनाव प्रचार अभियान में प्रदेश भाजपा मोदी सरकार की उपलब्धियों को ही गिनवा रही है। हैरानी की बात है कि प्रदेश भाजपा के पास हिमाचल का कोई ठोस मुद्दा ही नहीं हैं। हालांकि 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोलन की रैली में सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन वह पांच साल बाद भी पूरा नहीं हुआ। इसके साथ-साथ सेना में हिमाचल का कोटा बढ़ाने सहित कई ऐसे मुद्दे हैं जिसे अभी तक प्रदेश भाजपा भुना नहीं पाई।