85 फीसदी इंजीनियर बेरोजगार

तकनीकी विवि के  कुलपति बोले, जॉब बेस स्टडी की है जरूरत

सुंदरनगर -सूबे के इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ाई करने के बाद 85 फीसदी युवा बेरोजगार हैं। महज 15 फीसदी इंजीनियरों को रोजगार मुहैया हो पाया है। इस बात का खुलासा स्वयं हिमाचल प्रदेश तकनीकी विवि के  कुलपति एसपी बंसल ने सुंदरनगर में अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान लोनिवि विश्राम गृह सुंदरनगर में किया। उन्होंने कहा कि माइंड सेटअप चेंज करना होगा और जॉब आधारित अध्ययन करना होगा, जिससे ग्रोथ रेट के हिसाब से रोजगार के अवसर भी बढ़ सकें। उन्होंने कहा हिमाचल में यह समस्या है कि युवा जॉब बेस स्टडी नहीं करते है। वह मात्र पढ़ाई ही करते हैं और सोचते हैं कि इस के आधार पर ही उन्हें नौकरी मिल जाएगी, जो कि आज के इस तकनीकी युग में आसार बहुत कम हैं। उन्होंने एक बात साफ की है कि जॉब और इंप्लाइमेंट दो अलग-अलग पहलू है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत है और इस दिशा में तकनीकी विवि को वर्ल्ड बैंक से 20 करोड़ रुपए की ग्रांट मिली है, जो कि टीईक्यूईपी प्रोजेक्ट के तहत क्वालिटी एजुकेशन के सुधार पर खर्च होगी। क्वलिटी प्रोक्यूरमेंट प्लान के तहत फैकलिटी को क्वालिटी एजुकेशन के हिसाब से ट्रेंड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर संस्थान में पांच पांच इंडस्ट्री को लाने अनिवार्य कर दिया है, जिसके आधार पर सभी संस्थान ऐसी पांच-पांच इंडस्ट्री के साथ सलाना एमओयू साइन करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में ई-लाईबे्ररी, ई-बुक, ई-जरनल समेत सभी डाटा विभिन्न पोर्टल पर कंप्युटरीकृत होगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में लार्निंग खत्म हो रही है, तो लार्नेर बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इंप्लाईमेंट को बढ़ावा देने के लिए स्किल डिवलमेंट पर जोर देना होगा। इस अवसर पर प्रो. विवेक, सिरडा ग्रुप के चेयरमैन ई. एनआर चौधरी, रोहित चौधरी, समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे।