अंधाधुंध दोहन बंद हो

– राजीव डोगरा, कांगड़ा

पर्यावरण दिवस हर साल पांच जून को मनाया जाता है, मगर पर्यावरण दिवस मनाने से कुछ नहीं होता। हम हर साल पर्यावरण दिवस मनाते हैं, लोगों को जागृत करते हैं, फिर भी पर्यावरण प्रदूषण कम होने के स्थान पर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही चला जा रहा है।  पर्यावरण प्रदूषण वृद्धि का मुख्य कारण मानव की अवांछित गतिविधियां हैं, जो प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करते हुए इस पृथ्वी को कूड़े-कचरे का ढेर बना रही हैं।  वनों की अंधाधुंध कटाई जो हम कर रहे हैं, इससे पानी का स्तर भी गिर रहा है और साथ ही वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। जल प्रदूषण का मुख्य कारण कारखानों से निकलने वाला गंदा पानी और हमारे द्वारा गंदगी को किसी नदी-नाले में डाल देना है। अंत में यही कहूंगा कि हमें वास्तव में पर्यावरण दिवस को सफल बनाना है, तो हमें पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाना होगा।