अधिकारी की पिटाई पर आकाश विजयवर्गीय की अकड़, कहा- ईश्वर दोबारा बल्लेबाजी का अवसर न दे

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय की जेल जाने के बाद भी अकड़ नहीं गई है. इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोप में जेल से बाहर आने के बाद आकाश विजयवर्गीय को अपने किए का पछतावा भी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘जब महिलाओं को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा हो, तो मैं कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं. अधिकारी जनता, खासकर महिलाओं का सम्मान करें और उनकी समस्याओं को सुनें. मुझको अपने किए पर कोई शर्मिंदगी नहीं है. हालांकि अब हम गांधी के रास्ते पर चलने का प्रयास करेंगे, लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दे.’ रविवार सुबह सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय बाहर आए. भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय जब जेल से बाहर आए, तो उनके चेहरे पर तनिक भी शिकन नहीं थी. उन्होंने जेल से बाहर आते ही कहा, ‘जेल में समय अच्छा गुजरा. मैं अपने क्षेत्र और जनता की बेहतरी के लिए काम करता रहूंगा.’ इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय जेल से रिहा होकर बाहर आ गए है. इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोपी आकाश विजयवर्गीय को शनिवार को अदालत से जमानत मिली थी. शनिवार को जेल की कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से आकाश विजयवर्गीय जेल से बाहर नहीं आ सके थे. वहीं, आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिलने और उनके जेल से बाहर आने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया. इस अवसर पर फायरिंग की गई और ढोल नगाड़े बजाए गए.