कृषि विवि का हॉस्पिटेलिटी कोर्स बंद

नौकरी की कम संभावनाओं के चलते प्रबंधन ने लिया फैसला

पालमपुर—हॉस्पिटेलिटी कोर्स करने के बाद नौकरी की अपेक्षाकृत कम संभावनाओं और बीते वर्षों के दौरान इस कोर्स को लेकर छात्रों की कम रुचि के चलते प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ने नए सत्र से यह कोर्स बंद करने का फैसला लिया है। इस साल गृह विज्ञान कालेज के तहत हॉस्पिटेलिटी कोर्स में किसी छात्र को एडमिशन नहीं दी जाएगी। हालांकि बीते वर्षों में जिन छात्रों ने इस कोर्स में प्रवेश लिया है, उनका शिक्षण कार्यक्रम पूरा किया जाएगा। हॉस्पिटेलिटी कोर्स बंद किए जाने का निर्णय इसलिए लिया गया है, क्योंकि जब से यह कोर्स शुरू किया गया है, तब से इसके लिए रखी गई 25 सीटें कभी पूरी भरी ही नहीं गईं। प्रदेश में काफी संख्या में संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है। जानकारों के अनुसार इसमें अब जॉब के अवसर भी कम होते जा रहे हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशसन ने गृह विज्ञान कालेज के अंतर्गत चलाए जा रहे फूड टेक्नोलॉजी कोर्स की सीटों में इजाफा कर दिया है। फूड टेक्नोलॉजी कोर्स में पहले 25 छात्रों को प्रवेश दिया जाता था, जिसे बीते वर्ष बढ़ाकर 35 कर दिया गया था। अब इस वर्ष 25 सीटें और बढ़ाकर ये सीटें 60 कर दी गई हैं। अब तक जहां फूड टेक्नोलॉजी में सारी सीटें सेल्फ फाइनांसिंग के माध्यम से भरी जाती थीं, वहीं अब 25 सीटें सेल्फ फाइनांसिंग से भरी जाएंगी। प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने इसकी पुष्टि की है।

एक्रीडिटेशन में दिक्कत

हॉस्पिटेलिटी कोर्स में सीटें पूरी न भरने का खामियाजा भी कृषि विश्वविद्यालय को भुगतना पड़ा है। इस वजह से गृह विज्ञान कालेज एक्रीडिटेशन की शर्तों पर खरा नहीं उतर पाया और गृह विज्ञान कालेज को संबद्धता नहीं मिल पाई। इसका कहीं न कहीं दूसरे संस्थानों से मिलने वाले सहयोग पर असर पड़ा और प्रशासन को नए सत्र से बंद करने का फैसला लेना पड़ा है।