कृषि विश्वविद्यालय में अगले साल 80 रिटायर

पालमपुर – प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय से अगले साल 80 वैज्ञानिक व कर्मचारी रिटायर होंगे, जबकि 2019 में कुल 85 कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इनमें 12 वैज्ञानिक और 73 गैर शिक्षक कर्मचारी शामिल हैं। कृषि विवि में इस समय 250 के करीब शिक्षक तैनात हैं। वहीं गैर शिक्षक कर्मियों का आंकड़ा एक हजार के करीब है। कृषि विवि में हर साल औसतन दस शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि 2011 में 17, 2012 में 12, 2013 में दस और 2014 में 9, 2015 में दस, 2016 में 13, 2017 में 13 और 2018 में नौ शिक्षक सेवानिवृत्त हुए, जबकि इस साल 13 और 2020 में आठ वैज्ञानिक रिटायर हो रहे हैं। गैर शिक्षक वर्ग में 2011 में 50, 2012 में 54, 2013 में 74, 2014 में 88 और 2015 में 74, 2016 में 77 और 2017 में 65 और 2018 में 72 गैर शिक्षक कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए, तो इस साल इनकी संख्या 73 और 2020 में 72 रहेगी। गत वर्ष कृषि विवि में कुछ पद भरे गए हैं। वहीं लंबे समय से को-टर्मीनस आधार पर सेवाएं दे रहे कर्मचारियों का नियमित किए जाने से हालात कुछ बेहतर हुए हैं। उधर, प्रदेश कृषि विवि के कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल का तीन साल का कार्यकाल भी इस वर्ष अगस्त माह में पूरा होने जा रहा है। आयु सीमा के आधार पर कुलपति को एक्सटेंशन मिल सकती है, लेकिन यह आने वाले समय में ही तय होगा कि कुलपति को सेवाविस्तार दिया जाता है या फिर नए वीसी की तैनाती की जाती है।

वैज्ञानिकों को पदोन्नति का अवसर

कृषि विवि ने वैज्ञानिकों की पदोन्नति के लिए भी प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इसके तहत कृषि विवि में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर सेवाएं दे रहे वैज्ञानिकों को प्रोफेसर के रूप में पदोन्नत होने का अवसर दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर भी बनाए जाएंगे। इसके लिए 15 से 19 जुलाई तक साक्षात्कार लिए जाएंगे और मापदंड पर खरा उतरने वाले वैज्ञानिकों को पदोन्नत किया जाएगा। वहीं गैर शिक्षक वर्ग में विज्ञापित किए जा चुके पदों के लिए 10 से 14 जुलाई तक आवश्यक प्रक्रिया अपनाई जाएगी और टाइपिंग टेस्ट व अन्य नियमानुसार मैरिट के आधार पर पदोन्नति प्रदान की जाएगी।