जर्मनी में जयराम सरकार ने साइन किया पहला एमओयू

चिकित्सा-कृषि क्षेत्रों में परस्पर सहयोग के खुले दरवाजे

शिमला – इन्वेस्टर्स मीट के लिए फोरन मोड पर चल रही जयराम सरकार ने जर्मनी में पहला एमओयू साइन कर लिया है। हिमाचल सरकार व फ्रैंकफर्ट इनोवेशन जैंटरम (एफआईजेड) के बीच बुधवार  को इस एमओयू पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में आयुर्जीनोमिक्स (आयुर्वेद और जीनोमिक्स), स्टीक चिकित्सा, कृषि क्षेत्रों में स्टीक सहयोग के क्षेत्र तलाशने में सार्थक साबित होगा। हिमाचल में निवेश करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों जर्मनी और हालैंड की यात्रा पर है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विभिन्न जलवायु परिस्थितियां और विविध भौगोलिक स्थितियां होने के कारण प्रदेश औषधीय पौधों की खेती के लिए अनुकूल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी इच्छुक उद्यमियों को राज्य में अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। समझौता ज्ञापन समारोह के दौरान एफआईजेड के सीईओ डा. क्रिस्टियन गारबे ने एफआईजेड के कामकाज और संबंधित गतिविधियों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने एक-दूसरे से सीखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे स्थानीय आवश्यकताओं की बेहतर समझ होने के साथ यह भी मालूम होगा कि कैसे हेल्थकेयर और वेलनेस सेक्टरों में आयुर्जीनोमिक एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव व प्रधान सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग मनोज कुमार, निदेशक उद्योग हंसराज शर्मा, विशेष सचिव अबिद हुसैन सादिक, वाणिज्य दूत प्रतिभा पारकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।