दो बड़ी परियोजनाएं खंगालेगा एडीबी

6439 करोड़ के बागबानी-वाटर कंजरवेशन प्रोजेक्ट की 24 से पांच जुलाई तक होगी परख

शिमला – प्रदेश के दो महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, जिन्हें आपस में समायोजित किया जा चुका है, का खाका खंगालने के लिए एशियन डिवेलपमेंट बैंक का मिशन हिमाचल आ रहा है। यह मिशन यहां पर 24 जून से पांच जुलाई तक रहेगा और फील्ड में जाकर  देखेगा। प्रदेश सरकार ने दो प्रोजेक्ट प्रस्तावित किए थे जो दोनों एक ही जैसे हैं। एक बागबानी के लिए था, तो दूसरा वाटर कंजरवेशन, लिहाजा दोनों को आपस में जोड़ दिया गया है। इसकी फंडिंग से पहले एडीबी का मिशन अपने नियमों के तहत इसकी परख करेगा, जिसके बाद कंसल्टेंट लगाए जाएंगे। यह दोनों प्रोजेक्ट किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हैं। इसके पहले चरण में राज्य को 15 मिलियन डालर की राशि हासिल होगी। इन दोनों प्रोजेक्टों की कुल रकम 6439 करोड़ की है, जिसमें से वाटर कंजरवेशन का प्रोजेक्ट 4751 करोड़ का है, तो बागबानी की परियोजना 1688 करोड़ की है। पांच जुलाई तक यह टीम हिमाचल के विभिन्न जिलों का दौरा करेगी और बागबानी विभाग और सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें करेगी। एडीबी की टीम फील्ड विजिट में यह भी देखेगी कि किसानों ने यदि नए पौधे लगाने हैं, तो वह कहां से आएंगे, सिंचाई के लिए जो योजना प्रस्तावित की गई है, क्या वहां पर संभावना है, फैंसिंग और सड़क सुविधा को लेकर भी वह लोग देखेंगे।  बताया जाता है कि आईपीएच व बागबानी विभाग ने इन प्रोजेक्टों के लिए कुल 20 क्लस्टर बनाए हैं। इसमें 15 क्लस्टर बागबानी विभाग के हैं, जबकि पांच कलस्टर आईपीएच विभाग ने बनाए हैं। प्रोजेक्ट मर्ज करने के बाद अब दोनों विभाग इस पर मिलकर काम करेंगे।

कसल्टेंट नियुक्त होंगे

मिशन की सिफारिशों के बाद यहां पर कंसल्टेंट लगाए जाएंगे। विभाग अपने स्तर पर कंसल्टेंट लगाएगा, तो एडीबी भी अपने कंसल्टेंट नियुक्त करेगा। दोनों की रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर बनेगी।