धर्मशाला में आल इंडिया तिब्बत सपोर्ट सम्मेलन

 मकलोडगंज    —बीजिंग के तिब्बत पर अवैध कब्जे के विरोध व धर्मगुरु दलाईलामा की तिब्बत वापसी की मांग को लेकर अब तक 153 बेकसूर तिब्बतियों ने आत्मदाह किया है। यह खुलासा शुक्रवार को ऑल इंडिया तिब्बत सपोर्ट ग्रुप के राष्ट्रीय संयोजक ऑरके खरीमेय ने किया। आल इंडिया तिब्बत सप्पोर्ट  कोर ग्रुप के राष्ट्रीय सह संयोजक सुंदर कुमार ने भी कहा कि तिब्बती मानवाधिकार रक्षकों को कामकाज के लिए सुरक्षित जगह नहीं बची है। भारत और चीन के बीच तिब्बत का महत्त्वपूर्ण आस्तित्व देखते हुए भारत के लिए तिब्बत का अलग महत्त्व है। चीन ने हाल के वर्षों में अनगिनत घुसपैठ करके नैतिक मूल्यों को पटरी से उतारने की हरसंभव कोशिश की है। 15 व 16 जून को आल इंडिया तिब्बत सपोर्ट ग्रुप का छठा सम्मेलन धर्मशाला में आयोजित होने जा रहा है, जिसमें समूचे भारत से 180 से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। ऐसा दलाईलामा के निर्वासन में 60 साल पूरे होने एवं तिब्बत के भीतर गंभीर हालात को देखते हुए किया जा रहा है। इस सम्मेलन मे तिब्बती पीएम डा. लोबसांग सांग्ये सहित भारत तिब्बत सहयोग मंच के संरक्षक इंदे्रश कुमार व भारत तिब्बत मैत्री संघ के राष्ट्रीय महासचिव डा. आनंद कुमार व अन्य गणमान्य हिस्सा बनेंगे।