पर्यावरण हितैषी बनना होगा

 वरुण शर्मा, नूरपुर

इसमें कोई संदेह नहीं है कि हिमाचल प्रदेश स्वच्छ राज्यों की श्रेणी में सम्मिलित है, किंतु कुछ समस्याएं ऐसी हैं, जिन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में कूड़ा-कचरा प्रबंधन के लिए उचित व्यवस्था करने की आवश्यकता है। सरकार सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर प्रयास अवश्य कर रही है, किंतु जब तक जनमानस खुद को पर्यावरण हितैषी मानते हुए अपना सहयोग देने के लिए तत्पर नहीं होंगे, तब तक यह समस्या यूं ही बनी रहेगी। हम केवल घरों के अंदर बैठकर बातें बना सकते हैं। सच्चाई से वाकिफ होने के बाद भी यदि हम हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे, तो हम इस समस्या को कभी दूर नहीं कर पाएंगे। यदि अब भी हम प्राकृतिक एवं पारिस्थितिकी संतुलन को लेकर सचेत नहीं हुए, तो यह हमारे जीवन की सबसे बड़ी भूल होगी।