परमार बोले, प्रथम चरण में संपूर्ण अस्पताल में बदले जाएंगे 12 स्वास्थ्य संस्थान
पालमपुर —हिमाचल में जल्द ही संपूर्ण स्वास्थ्य योजना आरंभ की जाएगी। इसके तहत प्रथम चरण 12 स्वास्थ्य संस्थानों को संपूर्ण अस्पतालों में परिवर्तित किया जाएगा। इन अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाओं का प्रावधान होगा। साथ ही ऐसी व्यवस्था भी स्थापित की जाएगी, जिसके माध्यम से संपूर्ण अस्पतालों को रैफर केस की आनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी। यह बात स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने शुक्रवार को सुलाह के ननावां में लोगों की समस्याएं सुनने के बाद कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्तमान में सभी सरकारी अस्पतालों, आयुर्वेदिक अस्पतालों, डिस्पेंसरियों तथा स्वास्थ्य शिक्षण संस्थानों सहित 4320 स्वास्थ्य संस्थान कार्यरत हैं। इन स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर भी स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि मनरेगा में कोई भी व्यक्ति पचास दिन या इससे अधिक कार्य करता है तो उसके परिवार को उस वर्ष तथा उसके अगले वर्ष में हिम केयर योजना के तहत पांच लाख तक की स्वास्थ्य सुविधा बिना किसी इंश्योरेंस प्रीमियम के प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त आउटसोर्स कर्मियों को यह सुविधा मात्र एक रुपए प्रतिदिन प्रीमियम की दर पर प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों द्वारा पेयजल, सड़क सुविधा को लेकर अपनी अपनी मांगें प्रस्तुत की गईं। स्वास्थ्य मंत्री ने आईपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण स्तर पर लोगों को पेयजल की बेहतर सुविधाएं देने के लिए कारगर कदम उठाएं, ताकि लोगों को किसी भी तरह की पेयजल किल्लत से दो चार न होना पड़ा।
हिमकेयर में 20 तक पंजीकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत से शेष बचे परिवारों को पांच लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने हिम केयर योजना आरंभ की है तथा इस योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 20 जून तक चलेगी।