फर्जी प्रमाणपत्र देकर बन गया एचआरटीसी ड्राइवर

शिमला  – कंडक्टर भर्ती फर्जीबाडे़ के बीच एचआरटीसी में एक ड्राइवर के फर्जी प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल करने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि चालक ने भर्ती के दौरान दसवीं कक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र देकर निगम में नौकरी हासिल की है। शिमला पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। यह भर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान साल 2017 में हुई थी। शिमला के बालूगंज थाने में राकेश कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को दी गई सूचना में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि बिलासपुर के सैन गांव के राजकुमार ने एचआरटीसी ड्राइविंग भर्ती में फर्जी प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल की है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि राजकुमार ने भर्ती के दौरान दसवीं कक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र दिया था, जबकि उक्त व्यक्ति के पास कोई प्रमाणपत्र नहीं है। नौकरी पाने के लिए उक्त व्यक्ति ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाया, इसी प्रमाण पत्र के आधार पर उसने निगम में ड्राइविंग टेस्ट दिया औैर उत्तीर्ण होकर रोजगार हासिल किया है। शिकायतकर्ता भी बिलासपुर के सैन से ही तालुक रखता है। शिमला पुलिस ने राकेश कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपों के आधार पर छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी हैडक्वार्टर प्रमोद शुक्ला ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मामले की छानबीन की जा रही है। पुलिस जल्द ही इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर सकती है। वहीं पुलिस जल्द ही भर्ती संबधित रिकार्ड खंगालेगी।