बेहतर विदाई के हकदार थे युवराज

भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने युवी के संन्यास के बाद बयां की भावनाएं

नाटिंघम – भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने युवराज सिंह के उतार-चढ़ाव भरे करियर की सराहना करते हुए कहा कि यह कलात्मक बल्लेबाज 17 साल तक शीर्ष स्तरीय क्रिकेट के बाद बेहतर विदाई का हकदार था। भारत की एक दिवसीय टीम के उपकप्तान ने ट्विटर पर लिखा, आपको किसी चीज की अहमियत का तब पता चलाता है, जब वह आपके पास नहीं होती। भाई, आपको बहुत सारा प्यार। आप एक बेहतर विदाई के हकदार थे। भारत की तरफ से वेस्टइंडीज के खिलाफ जून, 2017 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले युवराज ने मुंबई में क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। अपने 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान वह 2007 में टी-20 विश्व कप और 2011 में एक दिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। युवराज ने भारत की तरफ से 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट मैचों में 1900 और वनडे में 8701 रन बनाए। टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम पर 1177 रन दर्ज हैं। युवराज भी सहवाग, द्रविड़,  लक्ष्मण और गौतम गंभीर जैसे उन समकालीन भारतीय दिग्गजों में शामिल हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के जरिए विदाई नहीं मिली। 

कठोर था, आज बेटे पर गर्व

मुंबई – युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने मंगलवार को स्वीकार किया कि वह कभी-कभी अपने बेटे के प्रति कठोर थे, क्योंकि वह कुछ साबित करना चाहते थे। उन्हें हमेशा अपने बेटे पर गर्व रहेगा। योगराज सिंह ने कहा, मैं कृतज्ञ हूं कि मेरा उसके जैसा बेटा है। मैं अपने बेटे को धन्यवाद देता हूं और मैं हमेशा उसे (युवराज) कहता हूं कि मुझे उस पर गर्व है। योगराज के जोर देने पर ही युवराज ने क्रिकेट को करियर के रूप में चुना था।