बोटिंग पर रोक… चंबा से सैलानी लौट रहे मायूस

चंबा—चमेरा- एक जलाशय के तलेरू बोटिंग पाइंट पर पर्यटन सीजन के चरम पर होने के बावजूद सन्नाटा पसरा हुआ है। कारण चमेरा- एक जलाशय में बोटिंग पर रोक है। चमेरा- एक के जलाशय में बोटिंग के जरिए रावी की लहरों में अठखेलियां करने का लुत्फ  उठाने की मंशा लेकर पहंुचने वाले देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटकों को बेरंग वापस लौटना पड़ रहा है। बोटिंग पर मनाही होने के चलते पर्यटकों के कदम तलेरू में न ठहरने से होटल-ढाबों वालों का कामकाज भी बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। हालात यह है कि गर्मियों के सीजन में बोटिंग करने वालों के भीड भडाके वाले तलेरू में मानो कर्फ्यू लगा हो। चंबा जिला में चमेरा- एक जलाशय में तलेरू के पास अधिकृत बोटिंग पाइंट है। जहां सीजन के दौरान रोजाना हजारों की तादाद में पर्यटक बोटिंग के जरिए रावी की ठंडी लहरों में दो पल सुकून के बिताना नहीं भूलते हैं। मगर इस बार तलेरू में चमेरा-एक के जलाशय में बोटिंग प्रतिबंधित है। तलेरू पहंुचने वाले पर्यटकों को बोटिंग पर प्रतिबंध होने के चलते मायूसी झेलनी पड़ रही। स्थानीय कारोबारियों के अनुसार पर्यटन सीजन में तलेरू में चमेरा एक के जलाशय में बोटिंग के लिए उमड़ने वाली पर्यटकों की भीड़ से कामकाज काफी अच्छा चलता था। उन्होंने बताया कि पर्यटन सीजन के दौरान ही पूरे वर्ष के खान-खर्च का जुगाड हो जाता था, लेकिन इस बार काम काफी मंदा होकर रह गया है। जिससे आगामी दिनों में उन्हें परिवार के पालन पोषण में दिक्कतें पेश आ सकती है। बतातें चलें कि तलेरू बोटिंग पाइंट की निविदा प्रक्रिया निपटने के बाद से मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है। फिलहाल चमेरा- एक के जलाशय में तलेरू के पास बोटिंग पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिस कारण पर्यटक चमेरा एक के जलाशय में बोटिंग का लुत्फ  नहीं उठा पा रहे हैं।