मंगला के ऊपरी गांव सड़क से कोसों दूर

चंबा—शहर से सटी मंगला पंचायत के उपरी छोर में बसे दर्जनों गांवों के लोगों का आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क सुविधा से जुड़ने का सपना साकार नहीं हो पाया है। सड़क सुविधा से वंचित इन गांवों में सरकारी विकास का अलख न जग पाने से लोग गुरबत की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। ग्रामीण आज भी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं को पीठ पर लादकर ले जाने को मजबूर हैं। इन गांवों को सड़क सुविधा से छोड़ने की करीब आठ वर्ष पहले आरंभ कवायद के बीच में हांफ  जाने से लोगों की उम्मीदें धरी की धरी रह गई है। ग्रामीण सोभिया राम, मनोज, जोगिंद्र, रवि, चंद राम, सुफलो, ज्ञानो, वीना, चतरो राम, निधिया राम व बेलो राम आदि का कहना है कि पंचायत के परोंटा, दममा, ठेडू, बेही, निचला टपून, उपरला टपून, धार, चनेली, बेही, भगोत, उआंसी व तलाई आदि गांव को सड़क सुविधा मयस्सर नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि सड़क न होने से लोग आज भी पैदल सफर को मजबूर हैं।  उन्होंने बताया कि करीब आठ वर्ष पहले मंगला से टपून के लिए सड़क निर्माण का कार्य आरंभ हुआ था, जिससे लोगों में वर्षों पुरानी मांग के पूरी होने की आस जगी थी। मगर करीब दो किलोमीटर के करीब सड़क बनने के बाद अचानक काम बंद कर दिया गया, जोकि आज दिन तक आरंभ नहीं हो पाया है।  एक्सईएन पीडब्ल्यूडी चंबा मंडल जीत सिंह ठाकुर ने बताया कि सड़क निर्माण में आडे़ आ रही निजी भूमि को लोग विभाग के नाम नहीं कर रहे हैं। इस कारण सड़क का निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो पा रहा है। लोगों की ओर से जमीन की गिफ्ट डीड करवाते ही सड़क का निर्माण कार्य आरंभ करवा दिया जाएगा।