मनीमाजरा में आवारा पशु बने जान को आफत

मनीमाजरा – चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा शहर से आवारा पशुओं को हटाने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है। इसके बावजूद आवारा पशुओं की समस्या ज्यों की त्यों है। आवारा पशुओं की वजह से आए दिन कोई न कोई सड़क दुर्घटना होती रहती है हालांकि आवारा पशुओं को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन की तरफ  से अनेकों गौशाला से टाइअप भी किया गया है। इसके बावजूद समस्या का समाधान निकलता हुआ नजर नहीं आ रहा है। समाजसेवी रामेश्वर गिरी, लवली, मनचंदा, बिट्टा, राजेश अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन सड़कों से आवारा पशुओं को हटाने मे न काम रहा है। इसके पीछे विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही मुख्य कारण है। वहीं, कुछ लोगों का आरोप है कि मनीमाजरा में कुछ लोगों ने अपने घरों में अवैध रूप से पशुओं को पाल रखा है। वे इन पशुओं को दूध निकालने के बाद खुले में सड़कों पर छोड़ देते हैं। यह पशु अकसर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। पशुओं को यदि विभाग वाले कर्मचारी पकड़ लेते हैं तो मालिकों से सांठगांठ करके उन्हें छुड़ा लेते हैं। यही कारण है कि शहर से पशुओं की समस्या खत्म नहीं हो रही।