मासूम को अभी भी इंतजाार, घर आएंगे पापा

चंबा —पापा..पापा आप कहां जा रहे हो, मेरे लिए चिजी जरूर लाना। रिशतेदार के यहां कार्यक्रम में गए केशराज के बेटे को अभी भी पापा के घर आने का इंतजार है। पर घर में मची चिंखों पुकार को देख मासूम बेटा भी जोर-जोर से चिला रहा है। रविवार शाम का वो मनहूस वक्त जिसनेइकलौते बेटे के सिर से बाप का साया छिन लिया। घर में पता चलते ही पत्नि के साथ पेरेंटस का रो-रो रोकर बुरा हाल है। घर एंव भाईचारे को जिम्मेवारियों को निभाने वाले मेहनती एवं ईमानदार केश राज की शराफत के गांववासी ही नहीं ब्लकि क्षेत्रवासी भी दिवाने थे। लिहाजा 27 साल की छोटी उम्र में संसार को छोड़ कर गए केश राज की मौत की खबर से इलाके में मातम छा गया है। किसान होने के नाते जमीन एंव घर का सारा दारोमदार उसी के कंधो पर था। हलांकि केश राज का छोटा भाई भी है, लेकिन भेड़पालक होने के चलते ज्यादातर उसे घर के बाहर ही रहना पड़ता है। केशराज रिशतेदार के यहां मुंडन कार्यक्रम में गया था। वहां से करीबी गांव के युवाओं के साथ वापिस लौट रहा था। जिस स्थान पर गाड़ी सड़क से उतरी हैं, वहां से घर की दूरी भी दो से अढ़ाई किलोमीटर बची थी। लेकिन अनहोनी को कौन टाल सकता है। केश राज मार्ग एवं सुरेंद्र मार्ग में ही छिटक गए थे, लेकिन योग राज गाड़ी में ही फंसा था। दो से अढ़ाई सौ मीटर गहरी खाई में पहुंचने के बाद भी योग राज की हालत स्थिर है। वहीं सुरेंद्र की सेहत में भी सुधार है।