यूपी में गठबंधन दोफाड़

मायावती के बाद अखिलेश यादव ने भी पकड़ी एकला चलो की राह

नई दिल्ली – लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में जिस उत्साह के साथ बुआ और भतीजे साथ आए थे, अब चुनाव में मुंह की खाने के बाद दोनों की राहें अलग होती दिख रही हैं। मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ऐलान कर दिया कि वह आने वाले उपचुनाव में अकेले लड़ेंगी, तो वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी कह दिया है कि अगर ऐसा है तो हम भी अकेले लड़ने की तैयारी करेंगे। माया ने लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का वोट उसे स्थानांतरित नहीं होने के मद्देनजर उसके साथ गठबंधन फिलहाल खत्म करते हुए उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा उप चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। मायावती ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि  समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश  यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के  साथ उनके बेहतर रिश्ते हैं और सपा के साथ गठबंधन के रास्ते बंद नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा का आधार वोट सपा के साथ ही पूरी मजबूती के साथ टिका नहीं रह सका और भितरघात हुआ। इसके कारण सपा के मजबूत उम्मीदवार भी हार गए तो सपा के मतदाताओं ने बसपा को अपना वोट कैसे दिया होगा। उधर, अखिलेश यादव ने गठबंधन टूटने का संकेत देते हुए दावा किया है कि सपा 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में अपने दम पर सरकार बनाएगी।