सलूणी में मांग के सिंदूर ने ले ली जान

सलूणी—सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाकर सुभाष कुमार के साथ शादी के बंधन में बंधी भांतो देवी ने सोचा भी नहीं होगा कि वह ही उसका हत्यारा होगा। मंगलवार को सुभाष कुमार ने मामूली कहासुनी पर गुस्से में आकर भांतो देवी के सिर पर डंडे का वार कर उसे सदा के लिए मौत की नींद सुला दिया। मृतका अपने पीछे तीन बच्चे छोड गई है, जोकि मां की मौत और पिता के जेल जाने के बाद बच्चे अब पूरी तरह बेसहारा हो गए हैं। जानकारी के अनुसार सुभाष कुमार अकसर भांतो देवी के साथ मारपीट करता था। पति की प्रताड़ना से तंग आकर भांतो देवी पिछले कुछ वर्षो से मायके पुखरी में रहकर अपने बच्चों को पढा रही थी। करीब बीस दिन पहले ही सुभाष कुमार ग्रामीणों संग ससुराल जाकर आपसी रजामंदी के बाद भांतो देवी को घर ले आया था। पति के इस व्यवहार के चलते भांतो देवी भी हंसी खुशी मायके से ससुराल आकर रहने लगी थी। मगर भांतो देवी को सुभाष कुमार के खूनी इरादे की जरा भी भनक नहीं लगी। भांतो देवी को अभी ससुराल में आए बीस दिन ही हुए थे कि मंगलवार को एक बार फिर सुभाष कुमार क्ररूरतापूर्ण व्यवहार पर उतर आया। मामूली कहासुनी से बात इस कद्र बिगडी कि गुस्से में आकर सुभाष कुमार ने भांतो देवी के सिर पर डंडे का वार कर दिया, जिससे वह बेसुध होकर जमीन पर गिरने के साथ ही दम तोड़ गई। सुभाष कुमार की इस हिंसक झडप का पता चलते ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित कर दिया। और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया है। बतातें चलें कि सुभाष कुमार ने कुछ अरसा पहले घर के नजदीकी प्राथमिक पाठशाला में अपनी बंदूक से गोली भी दागी थी।