हर रोज 10 पर्चियां चैक करें बीएमओ

स्वास्थ्य विभाग के निर्देश, जेनेरिक दवाइयां न लिखने वाले डाक्टरों पर शिकंजा कसने को बनाया प्लान

 हमीरपुर —  के डाक्टरों पर शिकंजा कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नया प्लान तैयार किया है। जेनेरिक दवाइयां न लिखने वाले डाक्टर्ज विभागीय शिकंजे से अब नहीं बचेंगे। इस संबंध में निर्देश जारी हुए हैं कि बीएमओ अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सीएचसी, पीएचसी व सिविल अस्पताल में जाकर प्रतिदिन ओपीडी की दस पर्चिंया चैक करेंगे। पर्चियों पर जेनेरिक दवाइयों के अलावा अन्य मेडिसिन लिखी हुई पाई गई तो संबंधित डाक्टर पर कार्रवाई तय है। बीएमओ ओपीडी के समय कोई भी दस पर्चिंया चैक कर सकते हैं। इसके बाद खंड स्वास्थ्य अधिकारी रिपोर्ट सीएमओ को भेजेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से रिपोर्ट डायरेक्टर हैल्थ को भेजी जाएगी। डायरेक्टर हैल्थ के पास रिपोर्ट पहुंचने के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशानुसार संबंधित डाक्टर पर कार्रवाई होगी। फिलहाल नए फरमान जारी होने के बाद अब बीएमओ के माध्यम से डाक्टरों पर नजर रखी जाएगी। सूत्रों की मानें तो कई निर्देशों के बाद भी पीएचसी, सीचसी व सिविल अस्पताल से मरीजों को जेनेरिक दवाइयां न लिखने की शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि डाक्टर्ज को जेनेरिक दवाइयां ही लिखने के लिए कहा गया है। निर्देशों के बावजूद नियमों की अनदेखी हो रही है। शिकायतें मिलने के उपरांत अब स्वास्थ्य विभाग ने नया प्लान तैयार किया है। ओपीडी में जाकर बीएमओ कोई भी दस पर्चियां चैक करेंगे। अगर इन पर्चियों में से एक पर भी जेनेरिक के सिवाय कोई और दवाई लिखी पाई गई, तो डाक्टर पर गाज गिरना तय है। जारी फरमानों के बाद खंड विकास अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। जांच की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी जा रही है। बता दें कि मोटी कमाई के चक्कर में कई चिकित्सक जेनेरिक दवाइयां न लिखकर और ही दवाइयां लिखते हैं। कमीशन के चक्कर में मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। नए निर्देशों के बाद अब ऐसे डाक्टर्ज पर शिकंजा कस सकता है। जांच के दौरान अगर पाया गया कि किसी डाक्टर ने जैनरिक दवाई के सिवाए अन्य दवाई लिखी है तो विभागीय कार्रवाई होगी।