हस्तशिल्प-हथकरघा उद्योग निगम के दिन बहुरेंगे

अब खाली 320 पदों को भरेगी जयराम सरकार, अभी 23 कर्मियों के सहारे चल रहा काम

शिमला —हिमाचल प्रदेश का हस्तशिल्प व हथकरघा उद्योग निगम 23 कर्मचारियों के सहारे पर चल रहा है। यहां लगातार खाली होते जा रहे कर्मचारियों के पदों को कभी भरा ही नहीं गया, जिस कारण 343 कर्मचारियों में से केवल 23 कर्मचारी ही शेष रह गए हैं।  वित्तीय व कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे इस निगम की हालत दिन-प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है, जिसे उभारने के लिए अब जयराम सरकार ने बीड़ा उठाया है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने जब इस निगम की खस्ता हालत बयां की गई तो उन्होंने इस पर गंभीर चिंता जताई। इसकी ऐसी हालत को देखते हुए सीएम ने इस निगम को वापस पांव पर खड़ा करने के निर्देश दिए हैं। सीएम के आदेशों के बाद हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम के निदेशक मंडल ने बैठक कर रणनीति बनाई है। इसमें निगम के खाली पदों को भरने का निर्णय लिया गया है। आने वाले समय में निगम में खाली पड़े विभिन्न श्रेणियों के 320 पदों को चरणबद्ध ढंग से भरा जाएगा। निगम की बैठक उपाध्यक्ष संजीव कटवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निगम के एमडी गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में निगम में तेजी से खाली हो रहे पदों पर चिंता जताई गई। कर्मचारियों और अधिकारियों की सेवानिवृति के बाद निगम में खाली पदों को नहीं भरा गया। इससे निगम में रिक्तियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं और संख्या केवल 23 की रह गई है।  निगम के इस समय प्रदेश भर में 13 इम्पोरियम चल रहे हैं, लेकिन यह केवल इम्पोरियम तक ही सीमित रह गया है। जो पद इसमें खाली पड़े हैं, उनमें महाप्रबंधक से लेकर प्रबंधक, अतिरिक्त प्रबंधक, सेल मैनेजर, इंचार्ज, लेखाकार जैसे कई महत्त्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं। निगम के उपाध्याक्ष संजीव कटवाल ने बताया कि बीओडी ने निगम में खाली पदों को भरने की मंजूरी दी है, जिस पर सरकार जल्द कदम उठाएगी।