हिमाचल में तीन नवंबर से पहले होंगे उपचुनाव

शिमला -तीन नवंबर से पहले हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव संपन्न हो जाएगा।  इसके चलते धर्मशाला तथा सिरमौर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो जाएंगी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने हिमाचल का उपचुनाव हरियाणा के साथ आयोजित करने के संकेत दिए हैं। नियमों के तहत तीन नवंबर को हरियाणा की नई विधानसभा का गठन होना जरूरी है। इस कारण हिमाचल का उपचुनाव सितंबर-अक्तूबर माह में संभावित है। चुनाव आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र, हरियाणा तथा झारखंड में विधानसभा का आम चुनाव प्रस्तावित है। इसी दौरान देशभर में खाली हुई विधानसभा तथा लोकसभा की संभावित सीटों के लिए उपचुनाव होगा। आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र की नई विधानसभा का गठन नौ नवंबर से पहले होना जरूरी है। इससे पहले तीन नवंबर को हरियाणा विधानसभा गठित करनी होगी। लिहाजा तीनों प्रदेशों में विधानसभा के आम चुनाव तीन नवंबर से पहले संभावित हैं, इस सूरत में हिमाचल का उपचुनाव अगले कुछ महीनों में तय है। जाहिर है कि मतदान से करीब 40 दिन पहले चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है। इन परिस्थितियों में कांगड़ा तथा सिरमौर दोनों जिला सितंबर माह के आसपास आदर्श चुनाव आचार संहिता के जद में आ जाएंगे। बहरहाल प्रचंड जीत के बाद हिमाचल की जयराम सरकार इन्वेस्टर्स मीट को सफल बनाने के लिए विदेशी मोड पर है। इसके विपरीत लोकसभा की करार हार के बाद कांग्रेस अभी तक सदमे में है। इस कारण हिमाचल में अभी तक उपचुनाव का माहौल नहीं बन पा रहा है। हालांकि टिकट के दावेदार सोशल मीडिया पर अपना नाम जमकर भुना रहे हैं। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से रिकार्ड मतों से निर्वाचित हुए खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर का भाजपा ने धर्मशाला में उत्तराधिकारी ढूंढ लिया है। हालांकि इसकी अधिकारिक घोषणा केंद्रीय हाइकमान ही करेगा। इस कारण भाजपा उपचुनाव के संभावित टिकटार्थियों के मसले पर ज्यादा फोकस नहीं कर रही है। कांग्रेस के लिए धर्मशाला की सीट सबसे बड़ी उलझन बन रही है। लोकसभा के कारण खाली हुई धर्मशाला की सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा प्रबल दावेदार हैं। हालांकि उनके चुनावी रण में उतरने पर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुई है। कमोवेश यही स्थिति सिरमौर जिला की खाली हुई पच्छाद विधानसभा सीट पर बनी हुई है। इस सीट पर भी भाजपा ने अपना संभावित उम्मीदवार अंदरखाते तय कर लिया है। कांग्रेस को यहां भी जिताऊ प्रत्याशी तलाशने के लिए खूब पसीना बहाना पडे़गा।