सिंगल विंडो कमेटी की मीटिंग में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ऐलान; नए उद्योग लाने के साथ पुरानों का भी होगा विस्तार, 1220 के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
आगे भी मिलेंगी नई रियायतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आर्थिकी विपरीत परिस्थितियों में है, बावजूद इसके हिमाचल में उद्योग आ रहे हैं, जिससे साफ है कि हिमाचल में उद्योग मित्र वातावरण उद्योगपतियों को पसंद आ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई रियायतें दे रखी हैं और आगे भी नई रियायतें मिलेंगी। निदेशक उद्योग हंसराज शर्मा ने बैठक का संचालन किया, वहीं उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह समेत मुख्य सचिव बीके अग्रवाल, मनोज कुमार, डा.एसएस गुलेरिया, डा. आरएन बत्ता, जेपी काल्टा समेत कई दूसरे अधिकारी इसमें मौजूद थे।
जर्मनी-नीदरलैंड्स से पॉजिटिव रिस्पांस
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हाल ही में जर्मनी व नीदरलैंड्स से लौटे हैं, जिन्होंने वहां से निवेश को लेकर सकारात्मक रूझान दिखाया है। अब दुबई दौरे पर सरकार 23 जून से जाने वाली है। देखना होगा कि दुबई से प्रदेश के लिए क्या सौगात मिलती है। वैसे अफरशाही निवेश को लेकर सकारात्मक है। उम्मीद है कि हिमाचल तय लक्ष्य हासिल करेगा।
दिल्ली में राउंड टेबल कान्फ्रेंस करवाएगी हिमाचल सरकार
शिमला – राज्य में निवेश लाने के लिए प्रदेश सरकार की टीम 23 से 26 जून तक दुबई में होगी, वहीं इसके बाद 27 से 29 जून तक मुंबई में भी रोड शो किया जाएगा। अहम बात यह है कि इसके आगे की कार्य योजना भी तैयार कर ली गई है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने दिल्ली में इन्वेस्टर मीट से पहले एक बड़ा आयोजन करने की सोची है। दिल्ली में दस जुलाई को 50 देशों के एंबेसेडर व नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों को बुलाया जा रहा है, जिन्हें न्योता भेजने का काम शुरू हो गया है। दिल्ली में राउंड टेबल कान्फ्रेंस करवाई जाएगी, जहां हिमाचल उन लोगों को प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित करेगा। हिमाचल बताएगा कि नई उद्योग पॉलिसी में क्या-क्या लाभ दिए जा रहे हैं, इनसे क्या फायदा निवेशकों को मिलेगा। हिमाचल में अब तक कितना व किस स्तर का निवेश है।कुछ देशों के राजदूतों से पहले भी हिमाचल की बात हुई है, जिन्होंने रूझान दिखाया है। अब तक सरकार की इन्वेस्टमेंट प्लानिंग में दिल्ली का कार्यक्रम नहीं था, जिसे अब जोड़ दिया गया है। दस जुलाई को यह आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा। बताया जा रहा है कि दिल्ली के बाद सरकार गुजरात के अहमदाबाद भी जाएगी। यहां अभी तक निवेशकों को रिझाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं। सरकार ने अहमदाबाद जाने का फैसला किया है, जिससे पहले दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में भी प्रयास होंगे। नवंबर महीने में हिमाचल में इन्वेस्टर मीट करवाई जाएगी। इससे पहले तीन दफा यह आयोजन टल गया है। 21 जून को सीएम इन्वेस्टर मीट से संबंधित बैठक करने जा रहे हैं, जो पुराने हुए एमओयू के बारे में जानकारी लेंगे। इसके साथ आगे की रणनीति पर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी। इतने बड़े स्तर पर निवेश लाने के लिए प्रदेश सरकार ने पहली दफा प्रयास किए हैं, जो विदेश में भी पहुंच चुकी है।