14 जून को धरने से हम दूर ही रहेंगे

परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच ने लिया फैसला

कांगड़ा – हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच 14 जून को आयोजित होने वाले धरने में शामिल नहीं होगा। मंच का आरोप है कि पिछले पांच वर्षों में जब सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कोई आर्थिक लाभ नहीं मिला था तो सेवानिवृत्त कर्मचारियों के हितैषी बनने वाले ये संगठन खामोश बैठे थे। प्रदेश सरकार ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के विभिन्न आर्थिक लाभों को जारी कर दिया है। बावजूद इसके ये संगठन अब कर्मचारी हितैषी बनते हुए धरना प्रदर्शन करने का नाटक कर रहे हैं। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के प्रदेशाध्यक्ष बलराम पुरी, कार्यकारी अध्यक्ष चमन पुंडीर, उपाध्यक्ष बृजलाल ठाकुर तथा प्रदेश महामंत्री वीरी सिंह चौहान ने कहा कि 2012 तक परिवहन निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन सहित अन्य देय भत्तों का भुगतान नियमित रूप से होता था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की पूर्व सरकार के कार्यकाल में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन का भुगतान ही तीन-तीन माह बाद होने लगा। इतना ही नहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों का महंगाई भत्ता भी वर्ष 2015 से फ्रीज कर दिया गया। मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेश आने वाली इन समस्याओं के चलते मंच द्वारा निगम मुख्यालय के समक्ष भी समय-समय पर आंदोलन तथा प्रदर्शन किए गए, जिसके चलते सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आर्थिक लाभ मिलते रहे। पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद भी मंच ने मुख्यमंत्री तथा परिवहन मंत्री के समक्ष सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मांगों को प्रमुखता से रखा, जिसके चलते वर्ष 2015 से फ्रीज डीए को चालू करवाया तथा 24 प्रतिशत कर्मचारियों को डीए दिलवाया। इतना ही नहीं, अन्य देय भत्तों का लाभ भी निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दिलवाया गया।