2628 हेक्टेयर पर आग का तांडव

फायर सीज़न में अब तक 523 घटनाएं, साढ़े 48 लाख की संपत्ति स्वाह

 शिमला —प्रदेश की वन भूमि पर इस बार फायर सीजन के दौरान आग का तांडव जारी है। वन विभाग के लाखों प्रयासों के बावजूद जंगलों की आग बुझने का नाम नहीं ले रही। तापमान में हर दिन बढ़ोतरी के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटना हर दिन बढ़ती जा रही है। वन विभाग के मुताबिक फायर सीजन में अभी तक 523 घटनाएं सामने आई हैं, जिसकी जद में 2628.73 हेक्टेयर क्षेत्र भू-भाग आ चुका है। इसमें विभाग द्वारा अभी तक 48 लाख 41 हजार 135 रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। सबसे अधिक घटनाएं धर्मशाला वन सर्किल के तहत आ रही हैं, जबकि मंडी, नाहन, रामपुर, बिलासपुर, चंबा व शिमला, सोलन में भी जंगल कई दिनों से सुलग रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी मानते हैं कि जंगलों में आग की 99 फीसद घटनाएं मानवीय चूक से हो रही हैं। वन विभाग ने इस बार जंगलों की आग बुझाने के लिए होमगार्ड जवानों की मदद भी ली है। विभाग को विभिन्न क्षेत्रों में 92 होमगार्ड जवान मिले हैं। इसके अलावा विभाग को 49 फायर टेंडर भी मिले हैं। वन विभाग के फोरेस्ट प्रोटेक्शन एंड फायर कंट्रोल, बिलासपुर के सीसीएफ अशोक चौहान ने बताया कि हेलिकॉप्टर से आग बुझाने के मामले में विभाग की ओर से योजना बनाकर सरकार को भेजी गई है, जिसमें उच्च स्तर पर जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड सरकार से वहां का अनुभव मांगा गया है। राज्य के वन क्षेत्रों में एक तरफ आग बुझाई जाती है, तो यह दूसरी तरफ से फिर सुलग उठती है। ऐसे में कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां चार-चार, पांच दिनों से आग, लगातार आगे से आगे ही बढ़ती जा रही है। इस पर नियंत्रण के विभाग के तमाम प्रयास बौने साबित हो रहे हैं, जिससे कुछ ही दिनों में प्रदेश के अंदर हजारों हेक्टेयर भू-भाग जल चुका है, जिसमें लाखों की वन संपदा स्वाह हो गई है।