अपाचे अटैक हेलिकॉप्टरों की पहली खेप पहुंची भारत

नई दिल्ली –  भारत को मशहूर अटैक हेलिकॉप्टर अपाचे की पहली किस्त के तौर पर 4 चॉपर मिल गए हैं। अमेरिकी कंपनी बोइंग की ओर से तैयार किए गए इन हेलिकॉप्टरों को अटैक के मामले में दुनिया में सबसे मारक माना जाता है। भारत ने बोइंग कंपनी से 22 AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर खरीदने का करार किया था। हेलिकॉप्टरों की पहली खेप गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंचाई गई है। अगले सप्ताह 4 हेलिकॉप्टरों की एक ओर खेप भारत पहुंच जाएगी। इसके बाद 8 हेलिकॉप्टर पठानकोट पहुंचेंगे। 2020 तक भारतीय वायुसेना को सभी 22 अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर मिल जाएंगे। इससे पहले मई में कंपनी ने भारत को एरिजोना में पहला अपाचे हेलिकॉप्टर सौंपा था, अब उस हेलिकॉप्टर समेत 4 विमान भारत आ पहुंचे हैं। खुद कंपनी ने हेलिकॉप्टरों के भारत पहुंचने की पुष्टि की है। इस हेलिकॉप्‍टर के वायुसेना के बेड़े में शामिल होने से भारत की दुश्मन के घर में घुसकर मार करने की क्षमता और बढ़ी है।अमेरिकी कंपनी का AH-64 अपाचे दुनिया भर में मल्टि रोल युद्धक हेलिकॉप्टर के तौर पर जाना जाता है। इसे लंबे समय से अमेरिकी सेना में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब इसका इस्तेमाल करने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दुनिया भर में कंपनी ने अब तक 2,100 अपाचे हेलिकॉप्टर्स की सप्लाई की है। अमेरिकी सेना पहली बार 1984 में इस हेलिकॉप्टर को अपने बेड़े में शामिल किया था। अपाचे पहला ऐसा हेलिकॉप्‍टर है जो भारतीय सेना में विशुद्ध रूप से हमले करने का काम करेगा। भारतीय सेना रूस निर्मित एमआई-35 का इस्‍तेमाल वर्षों से कर रही है, लेकिन यह अब रिटायरमेंट के कगार पर है। अपाचे को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि दुश्‍मन की किलेबंदी को भेदकर और उसकी सीमा में घुसकर हमला करने में सक्षम है।