काउंसिलिंग पूरी, 785 सीटें खाली

प्रदेश के बहुतकनीकी कालेजों में 1495 युवाओं को दाखिला

सुंदरनगर –सूबे के बहुतकनीकी कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर तीन चरण पूरे हो गए हैं। अंतिम चरण की काउंसलिंग में 1495 युवाओं ने बहुतकनीकी कालेजों में प्रवेश पाया है।  अंतिम चरण की काउंसलिंग से सरकारी बहुतकनीकी कालेजों में अभी भी 785 सीटें भरने को खाली रह गई हैं। अब स्पॉट काउंसिलिंग 27 जुलाई को होगी। वहीं, लीट के तहत 633 में से 482 सीटें ही फिलअप हुई हैं, जबकि 151 सीटें सरकारी कालेजों में खाली रह गई हैं। अब पता चलेगा कि स्पॉट काउंसिलिंग के बाद कितनी सीटें सरकारी कालेजों में भरने को शेष रहती हैं। जो युवा किसी भी राउंड में अपने पसंदीदा विषय में प्रवेश पाने को रह गए हैं, वह इस प्रक्रिया में शामिल होकर मौके पर ही प्रवेश पा सकते हैं, वहीं दूसरी ओर निजी कालेजों के पाले में अभी तक एक भी सीट नहीं आई है, जिससे निजी कालेज के प्रबंधन वर्ग के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। आधारभूत ढांचा समेत अन्य तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने की दिशा में निजी कालेजों के मालिकों ने बैंकों के आगे अपनी जमीन तक गिरवी रख दी है और ऊपर से प्रवेश प्रक्रिया के दौरान कुछ ही सीट हाथ लगती हैं। पिछले कुछ वर्षों से निजी क्षेत्र के कालेजों की हालत इतनी बिगड़ गई है कि कई निजी बहुतकनीकी कालेज बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। गौर रहे कि वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में ही 15 के तकरीबन सरकारी क्षेत्र में बहुतकनीकी कालेज हैं, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक निजी क्षेत्र बहुतकनीकी कालेज हैं। उधर, राज्य समन्वयक एवं राजकीय बहुतकनीकी कालेज सुंदरनगर के प्रिंसीपल इंजीनियर नीरज उप्पल का कहना है कि सरकारी कालेजों में 1495 सीटें फिलअप हुई हैं। अभी फिलहाल 785 सीटें भरने को खाली रह गई हैं।