जान जोखिम में डाल पार हो रहा पुल

पंचकूला के कोटि-कोठी पंचायतों के लोग विभाग की लापरवाही से झेल रहे दिक्कत

पंचकूला –जिले के कोटि और कोठी पंचायतों के हजारों लोगों और उनके बच्चों के लिए करोड़ों का पुल मंजूर होने के बावजूद लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से उनका जीवन अब भी दांव पर लग रहा है। सितंबर 2018 में हरियाणा सरकार के मंत्री रामबिलास शर्मा ने मोरनी हिल्स के कोटी स्कूल का दौरा कर खास तौर से स्कूली बच्चों की सुविधा के लिए पुल निर्माण कार्य शुरू कराने के आदेश दिए थे, लेकिन इस आदेश के बाद बंधी उम्मीदों पर अब पानी फिरता नजर आ रहा है। विभाग ने पुल निर्माण का कार्य जनवरी माह में शुरू किया। मगर छह माह बीतने के बाद दो पिलरों को निर्माण कार्य भी अधूरा है। नदी पार बसे कोटि पंचायत के कोठी, पथरोटि, देवरी, चाकली, दंदोली, सुखबाएं, रुणजा ढाकर, क्यारटा, बटोली,  थड़ व दगोह के ग्रामीणों को अपने रोजमर्रा के कार्य करने तथा बाजार जाने के लिए पुल के अभाव में यह जोखिम मोल लेनी पड़ रही है। पथरोटि गांव के ग्रामीण ब्रिज किशोर, यशपाल, जगतराम व गुलाब सिंह आदि ने बताया कि मंत्री के आदेशों के बाद से इस पुल निर्माण की उम्मीद बंधी है। उन्हें इस बारिश में राहत की उम्मीद थी। कुंदन सिंह, प्रीतम, ओम प्रकाश, बलबीर, खेमसिंह, पृथ्वी सिंह व चैन सिंह ने नदी पर पुल न होने के कारण आ रही समस्या के बारे में बताया कि वो लोग सब्जी उत्पादक हैं। बारिश के समय उनकी फसलें तैयार हो जाती हैं, जो उन्हें बाहर मंडियों में ले जाने के लिए कोटी नदी तक सिर पर ढोकर लानी पड़ती हैं।

पाइप के सहारे नदी पार कर रहे लोग

बारिश के मौसम में जब कई-कई दिन क्षेत्र में बारिश होती रहती है, तब ग्रामीण व स्कूली छात्र नदी पार करने के लिए कोटी नदी पर लगे पानी के पाइप के ऊपर से भी गुजरते हैं। जबकि इस पाइप के सहारे नदी पार करना खतरे से खाली नहीं है। यदि इस पाइप से पैर फिसल जाए, तो बचना लगभग मुश्किल है।

बारिश थमते ही निमार्ण कार्य शुरू होगा

इस मामले पर लोक निर्माण विभाग के उपमंडल अभियंता जगमिद्र रंगा ने पुल निर्माण में देरी के बारे में बताया कि बिजली की लाइन शिफ्टिग के कारण कुछ देरी हुई है। बारिश थमते ही निर्माण कार्य में तेजी आएगी।