ट्रंप के बयान पर बवाल

संसद में विपक्ष हमलावर, प्रधानमंत्री से मांगा स्पष्टीकरण

 नई दिल्ली -कश्मीर में मध्यस्थता के मसले पर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान ने देश का सियासी माहौल गरमा दिया है। ट्रंप के बयान के बाद पूरा विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने में जुटा है। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष सरकार को घेरने में जुटी रही। विपक्ष ने पीएम से बयान की मांग को लेकर दोनों सदनों से वॉकआउट किया। राज्यसभा में भी दिनभर हंगामा हुआ। दूसरी तरफ, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने पीएम मोदी से इस मसले पर स्थिति साफ करने की मांग की है। विपक्ष ने पीएम मोदी को घेरते हुए यहां तक दावा कर दिया कि पीएम ने यह प्रस्ताव जून में जापान के ओसाका में हुए जी 20 की बैठक में अमरीकी राष्ट्रपति को दिया था। हालांकि भारत ने ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बारे में राज्यसभा और लोकसभा में दिए गए अपने बयान में साफ-साफ कहा कि पीएम मोदी ने ट्रंप से ऐसा कभी नहीं कहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर के जवाब के समय कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एसपी, डीएमके, बीएसपी और लेफ्ट आदि दलों के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सभी सदस्य देशहित के लिए काम कर रहे हैं।

सच बताएं मोदी

राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि प्रेजिडेंट ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने कश्मीर पर भारत और पाक के बीच मध्यस्थता के लिए कहा था। अगर यह सच है तो पीएम मोदी ने भारत के हितों और शिमला समझौते से धोखा किया है।

सोनिया का निशाना

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ट्रंप के बयान पर पीएम मोदी से बयान की मांग करेगी? यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को सदन में भी उठाएगी और हम बाहर भी इसे उठा रहे हैं।

जवाब दें पीएम

एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्रंप के बयान पर पीएम मोदी से सफाई मांगी है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कश्मीर पर किए गए दावे पर पीएम मोदी से साफ और प्रभावशाली जवाब की जरूरत है।

ट्रंप का ऑफर खुशी की बात

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला का कहना है कि यह खुशी की बात है कि जब पीएम मोदी ने ट्रंप से बात की तो उन्होंने बताया कि कश्मीर का मुद्दा जटिल है और यह अच्छी बात होगी।

ट्रंप के दावे का कोई सबूत नहीं

नई दिल्ली। कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता को लेकर ट्रंप के नाटकीय दावे के बाद मची सियासी हलचल के बीच दोनों देशों ने अपने-अपने आधिकारिक रिकार्ड्स खंगाले और पाया कि ट्रंप के बयान से संबंधित किसी बात का कहीं, कोई जिक्र नहीं है। अमरीकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है जिस पर दोनों पक्ष ही बातचीत करेंगे। ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान और भारत के (वार्ता की मेज पर) बैठने का स्वागत करेगा और (इस काम में) अमरीका मदद करने को तैयार है।