दो माह में बिजली उगलेगी सावड़ा-कुड्डू

111 मेगावाट परियोजना का काम आखिरी चरण में, सरकार को मिलेगी राहत

शिमला – सरकार के लिए एक सुखद खबर है कि सरकारी क्षेत्र का एक और पावर प्रोजेक्ट जल्द निर्माण के लिए तैयार होने वाला है। हिमाचल पावर कारपोरेशन का सावड़ा-कुड्डू प्रोजेक्ट, जो कि 111 मेगावाट क्षमता का है का काम आखिरी चरण में है। बताया जाता है कि अगले दो महीने में यह परियोजना उत्पादन के लिए तैयार हो जाएगी। अभी तक हिमाचल पावर कारपोरेशन 170 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है। सरकारी क्षेत्र की इन परियोजनाओं से सरकार को बेहद फायदा है, मगर लंबे समय से कोई परियोजना शुरू नहीं हो पाई है। पिछले तीन साल से बजट भाषण में बिजली बोर्ड की ऊहल परियोजना को लाया जा रहा है, लेकिन यह परियोजना अभी भी तैयार नहीं हो पाई है। यह लक्ष्य से भटक चुकी है और अब सरकार के लिए सफेद हाथी साबित होने वाली है। इसके विपरीत पावर कारपोरेशन की परियोजनाओं में काम चल रहा है। हालांकि सावड़ा कुड्डू परियोजना भी लक्ष्य से भटक चुकी है, मगर इसके कुछ दूसरे कारण रहे हैं। अब दो महीने क बाद यह प्रोजेक्ट उत्पादन में आ जाएगा। कुल 111 मेगावाट के इस प्रोजेक्ट से पहले पावर कारपोरेशन 65 मेगावाट के सैंज प्रोजेक्ट को चला रहा है, वहीं सौ मेगावाट के काशंग को भी उसने सफलता पूर्वक शुरू किया है। सरकारी क्षेत्र में कुछ और बिजली परियोजनाएं भी पाइपलाइन में हैं, जिन पर काम शुरू होने से सरकार को बेहद फायदा मिलेगा। पावर सेक्टर में काफी ज्यादा डाउन फॉल   चल रहा है और निजी निवेशक कोई आगे आने को तैयार नहीं है। पिछले कुछ सालों से एक भी निजी परियोजना यहां पर शुरू नहीं हो सकी है और न ही निवेशक प्रोजेक्ट लगाने के लिए यहां पर आ रहे हैं। ऐसे में सरकार को भी फायदा नहीं हो रहा है, जिसे अब सरकारी क्षेत्र की परियोजनाओं से ही उम्मीद है। पावर कारपोरेशन के पास इसके अलावा भी कुछ प्रोजेक्ट हैं, जिन पर काम किया जा रहा है। यह परियोजनाएं तय लक्ष्य पर उत्पादन में आएं, तो इससे ज्यादा फायदा हो सकता है, वरना बिजली की उत्पादन दर यहां पर महंगी पड़ सकती है।