सामने हैं ये बड़ी चुनौतियां
निर्मला सीतारमण के सामने खड़ी चुनौतियों की बात करें तो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देना उनका सबसे महत्त्वपूर्ण काम होगा। सीतारमण को अगले महीने बजट पेश करना है। इससे पहले उन्हें बढ़ती महंगाई, बढ़ती तेल की कीमतें, रुपए की कमजोरी जैसे मुद्दों का भी सामना करना है।
शिक्षा व राजनीतिक सफर
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडू के मदुरै में नारायण सीतारमण के घर हुआ था। उन्होंने सीतालक्ष्मी रामास्वामी कालेज से बीए किया और साल 1980 में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने गैट फ्रेमवर्क के तहत इंडो-यूरोपियन टेक्सटाइल ट्रेड विषय पर पीएचडी की। वह नेशनल कमिशन फॉर वुमन की सदस्य भी रह चुकी हैं। साल 2006 में बीजेपी जॉइन की थी, लेकिन साल 2014 में वे नरेंद्र मोदी के मंत्रालय का हिस्सा बनीं, इससे पहले वो बीजेपी के 6 प्रवक्ताओं में से एक थीं, जिनमें रविशंकर प्रसाद भी शामिल थे।