बताइए, कितनी बायोमीट्रिक मशीनें चाहिए

इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग से मांगा वर्क ऑर्डर

 शिमला —बायोमीट्रिक मशीनों के लिए एलिमेंटरी एजुकेशन डिपार्टमेंट से अब तक वर्क ऑर्डर नहीं आया है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन ने एक बार फिर से विभाग से पूछा है कि उनके लिए कितनी मशीनें खरीदी जाएं, क्योंकि उन्होंने एडवांस में बजट दे रखा है। एलिमेंटरी एजुकेशन के तहत आने वाले सात हजार प्राइमरी स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीनें स्थापित होनी हैं, परंतु यह पता नहीं है कि ये किन स्कूलों में लगेंगी। इसको लेकर विभाग का सर्वेक्षण अभी पूरा नहीं हो सका है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन ने सात हजार बायोमीट्रिक मशीनों की खरीद करनी है, जो कि इस निगम के माध्यम से होगी। ये मशीनें किन-किन प्राइमरी स्कूलों में लगेंगी, यह अभी तय नहीं हो पा रहा है, जिसके लिए खुद एलिमेंटरी विभाग सर्वेक्षण कर रहा है। पहले चरण में सात हजार मशीनें लगेंगी, जिसके बाद और मशीनों की खरीद होगी।शिक्षा विभाग के दोनों विंग पूरी तरह से बायोमीट्रिक से जुड़ जाएंगे। फिर अध्यापक, जो कि ग्रामीण क्षेत्रों व दूरदराज के क्षेत्रों में पढ़ाते हैं, वे अपनी उपस्थिति को लेकर धोखा नहीं दे सकेंगे। वहीं,स्कूल प्रधानाचार्य को इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार बनाया जाएगा। कारपोरेशन ने एलिमेंटरी एजुकेशन के लिए भी टेंडर कर दिया है। अब केवल वर्क ऑर्डर दिया जाना है कि पहले चरण में उन्हें कितनी मशीनें चाहिएं। इस पर उन्हें रिमाइंडर भेजा गया है।