बैरागढ़ पंचायत के जीणी जंगल में रोपे 539 देवदार

 विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने किया वन महोत्सव का शुभारंभ

तीसा -विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने शनिवार को हलके की ग्राम पंचायत बैरागढ़ के जीणी जंगल में देवदार का पौधा लगाकर विधिवत तरीके से वनमहोत्सव का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत शनिवार को जीणी जंगल में 539 देवदार के पौधे रोपे गए।  वनमहोत्सव के तहत पौधारोपण का अभियान 19 से 24 जुलाई तक जिला के विभिन्न क्षेत्रों में चलाया जाएगा। विस उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि पौधारोपण के दौरान औषधीय पौधों के साथ-साथ चारा, ईंधन, इमारती लकड़ी के साथ फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपयोगी पौधों की किस्मों का पौधरोपण करने तथा वनों के प्रबंधन, संरक्षण एवं विकास में स्थानीय लोगों की भागीदारी को सुदृढ़ करने के लिए सामुदायिक वन संवर्धन योजना भी आरंभ की गई है। इस योजना का उद्देश्य वनों की गुणवत्ता में सुधार व वन आवरण में वृद्धि करना है। इससे ग्रामीण आर्थिकी को बल मिलेगा। तदोपरांत विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने चुराह के तीन दिवसीय पारंपारिक बैरागढ़ जातर मेला के समापन मौके पर भी बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंन कहा कि हिमाचली मेले यहां की संस्कृति की धड़कन हैं। उन्होंने कहा कि मेले और त्योहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं, जिसके संरक्षण के लिए हमें अपनी संस्कृति को संजोए रखना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी हमारी प्राचीन संस्कृति धरोहरों से वंचित न रहे। उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया कि वे प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को संजोए रखने में एकजुट होकर प्रयत्न करें। उन्होंने कहा कि इस मेले में चंबा जिला के अतिरिक्त पड़ोसी राज्यों से भी असंख्य लोग पधार कर जातर मेले का आनंद लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के साथ-साथ इसकी प्राचीन गरिमा को भी बनाए रखना अनिवार्य है ताकि आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति का बोध हो सके। उन्होंने मेला कमेटी की सफल आयोजन के लिए सराहना भी की। इस दारौन बैरागढ़ जातर मेला कमेटी के सदस्यों द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया।  इस मौके पर सीसीएफ ओपी सोलंकी, एसडीएम चुराह हेम चंद्र वर्मा, डीएफओ सलूणी अशोक आनंद व तहसीलदार चुराह एसएस पठानिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।