भारत की शान हैं ये 10 किले

यह किला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में है। इसे कांगड़ा के शाही परिवार ने बनवाया था। यह दुनिया के सबसे पुराने किलों में से एक है और इसे देश के सबसे पुराने किलों में गिना जाता है। इसे नगरकोट या कोट कांगड़ा के नाम से भी जाना जाता है। बाणगंगा और मांझी नदियों के ऊपर स्थित कांगड़ा किला 500 राजाओं की वंशावली के पूर्वज राजा भूमचंद की राजधानी थी…

-गतांक से आगे…

  1. कांगड़ा किला, हिमाचल प्रदेश

यह किला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में है। इसे कांगड़ा के शाही परिवार ने बनवाया था। यह दुनिया के सबसे पुराने किलों में से एक है और इसे देश के सबसे पुराने किलों में गिना जाता है। इसे नगरकोट या कोट कांगड़ा के नाम से भी जाना जाता है। बाणगंगा और मांझी नदियों के ऊपर स्थित कांगड़ा किला 500 राजाओं की वंशावली के पूर्वज राजा भूमचंद की राजधानी थी। यह किला धन-संपत्ति के भंडार के लिए इतना प्रसिद्ध था कि मोहम्मद गजनवी ने भारत में अपने चौथे अभियान के दौरान पंजाब को

हराकर वह सीधे 1009 ईस्वी में कांगड़ा पहुंचा था।

  1. गोलकुंडा का किला, हैदराबाद

आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद से 11 किलोमीटर की दूरी पर बने इस किले का निर्माण काकतिया शासकों ने करवाया था। इसे भव्यता और सुंदर संरचना के कारण जाना जाता है। आज भी हजारों की संख्या में पर्यटकों का यहां जमावड़ा देखा जा सकता है। इस दुर्ग का निर्माण वारंगल के राजा ने 14वीं शताब्दी में कराया था। बाद में यह बहमनी राजाओं के हाथ में चला गया और मुहम्मदनगर कहलाने लगा। 1512 ईस्वी में यह कुतुबशाही राजाओं के अधिकार में आया, फिर 1687 ईस्वी में इसे औरंगजेब ने जीत लिया। ग्रेनाइट की एक पहाड़ी पर बने इस किले में कुल आठ दरवाजे हैं। यह पत्थर की तीन मील लंबी मजबूत दीवार से घिरा है। मूसी नदी इसके दक्षिण में बहती है। दुर्ग से लगभग आधा मील दूर उत्तर में कुतुबशाही राजाओं के ग्रेनाइट पत्थर के मकबरे हैं जो टूटी-फूटी अवस्था में अब भी मौजूद हैं।

  1. सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र

यह किला मुंबई से 400 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र के बीच में बनाया गया था। किले का निर्माण शिवाजी ने 1664 से 1667 के बीच किया था। सिंधुदुर्ग अपनी खूबसूरती की वजह से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह मुंबई के दक्षिण में महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में स्थित है। सिंधुदुर्ग समुद्र के बीच एक छोटे टापू पर बना है।

  1. कुंभलगढ़ का किला, राजस्थान

राजस्थान के राजसमंद में स्थित कुंभलगढ़ फोर्ट का निर्माण महाराणा कुंभा ने करवाया था। इस फोर्ट की दो खासियतें हैं- पहली, इस फोर्ट की दीवार विश्व की दूसरी सबसे बड़ी दीवार है जो कि 36 किलोमीटर लंबी है तथा 15 फीट चौड़ी है। इतनी चौड़ी कि इस पर एक साथ पांच घोड़े दौड़ सकते हैं। दूसरी विशेषता है कि इस दुर्ग के अंदर 360 से ज्यादा मंदिर हैं जिनमें से 300 प्राचीन जैन मंदिर और बाकि हिंदू मंदिर हैं। यह एक अभेद्य किला है जिसे दुश्मन कभी अपने बल पर नहीं जीत पाया।