मिड-डे मील कर्मियों का मानदेय बढे़

हिमाचल शिक्षक महासंघ की बिलासपुर बैठक में उठा मुद्दा, हर महीने छह हजार रुपए की मांग

बिलासपुर – हिमाचल शिक्षक महासंघ की राज्य कार्यकारिणी, जिला कार्यकारिणी व संबद्धता प्राप्त संगठनों की संयुक्त बैठक एनजीओ भवन बिलासपुर में हुई। बैठक की अध्यक्षता महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष डा. प्रेम शर्मा ने की। इस मौके पर मिड-डे मील कर्मचारियों का द्वितीय सम्मेलन भी आयोजित किया गया। महासंघ ने सरकार से मांग की है कि मिड-डे मील कर्मचारियों का मासिक मानदेय दो हजार से बढ़ाकर छह हजार रुपए प्रतिमाह किया जाए। कर्मचारियों के लिए वाटर करियर की तर्ज पर नीति बनाकर चरणबद्ध तरीके से नियमित किया जाए। मध्यान भोजन योजना के तहत रखे गए कर्मचारियों को अपनी सेवाएं देते हुए लगभग 15 वर्ष का सेवाकाल पूर्ण हो चुका है। हिमाचल शिक्षक महासंघ ने सरकार से आग्रह किया कि सभी महिला कर्मचारियों के लिए प्रसूति अवकाश व मेडिकल अवकाश का प्रावधान किया जाए। इसी प्रकार प्रदेश में सरकारी महिला कर्मचारियों को रक्षाबंधन, भैया दूज व करवाचौथ का अवकाश दिया जाए। बैठक में महासंघ के कार्यकारी प्रधान पवन शर्मा, महासचिव पवन मिश्रा, लायक राम शर्मा, संगठन सचिव दीनानाथ शर्मा, मुख्यालय सचिव महेंद्र चौहान, प्रचार सचिव प्रेम शर्मा, जिला प्रधान सुनील दत्त व महासचिव विजय ने विचार रखे। मिड-डे मील संघ के प्रदेशाध्यक्ष इंद्रपाल ठाकुर, महासचिव रामपाल व सीता देवी ने कर्मचारियों की समस्याओं को रखा। इंद्रपाल ने सरकार से आग्रह किया है कि प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों में 25 बच्चों की संख्या की शर्त को हटाया जाए। महासंघ ने केंद्र व राज्य सरकार से आग्रह किया कि पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए। एनपीएस योजना के तहत सेवानिवृत्त के पश्चात नाम मात्र पेंशन मिल रही है। महासंघ इस नई पेंशन योजना का विरोध करता है। बैठक में डा. प्रेम शर्मा व महासचिव लायक राम शर्मा ने कहा कि जिन शिक्षकों को कैटागिरी को संशोधित वेतनमान अभी तक नहीं दिया गया है, उन्हें संशोधित वेतनमान शीघ्र जारी किया जाए।

प्रदेश में शुरू होगा सदस्यता अभियान

शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेशभर में सदस्यता अभियान आरंभ किया जाएगा। उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बाकायदा रैली भी निकाली जाएगी। बैठक में प्रदेश भर से 100 से अधिक पदाधिकारियों ने भाग लिया।