अनिल के निष्कासन की अफवाह से हिली सियासत

दिन भर चलता रहा चर्चाओं का दौर; सत्ती बोले, विधायक दल लेगा फैसला

शिमला – पूर्व मंत्री अनिल शर्मा को भाजपा से निष्कासित करने की अफवाहों ने  बुधवार को सियासी गलियारों में खूब गरमाहट फैलाई। दिन भर चर्चाओं का दौर जारी रहा, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपना  स्टैंड क्लीयर नहीं कर पाए। अब अनिल शर्मा पर फैसला भाजपा विधायक दल करेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 18 अगस्त को होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक में चर्चा के बाद फैसला हो सकता है। प्रदेश भाजपा ने अनिल शर्मा की सदस्यता रिन्यू नहीं की है, जिसके बाद वह पार्टी के सदस्य नहीं रहेंगे, मगर उन्हें पार्टी से निष्कासित करने पर भाजपा का स्टैंड अभी तक क्लीयर नहीं हैं। दरअसल प्रदेश भाजपा ने अनिल शर्मा की सदस्यता रिन्यू नहीं की है। ऐसे में वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं, लेकिन पार्टी ने अभी निष्कासित नहीं किया है। हालांकि नियमों के मुताबिक किसी भी विधायक को पार्टी से निष्कासित करने के बाद लिखित रूप में विधानसभा को बताना होता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। यहां तक कि भाजपा ने विधानसभा सचिवालय को अनिल शर्मा के मसले पर कोई भी सूचना नहीं दी है। प्रदेश भाजपा ने सिर्फ अनिल शर्मा से छुटकारा पाने के लिए उनकी सदस्यता रिन्यू नहीं की। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनावों के दौरान अनिल शर्मा ने भाजपा की किसी भी गतिविधियों में शामिल नहीं हुए। वे जयराम सरकार में मात्र 15 महीने तक मंत्री पद पर रहे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में अनिल शर्मा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए और भाजपा टिकट से मंडी सीट पर चुनाव भी जीत गए। लोकसभा चुनाव के दौरान उनके परिवार की राजनीतिक ड्रॉमे के कारण उन्हें जयराम कैबिनेट से बाहर कर दिया। बावजूद इसके पांच महीने के दौरान प्रदेश भाजपा अनिल शर्मा के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई। अब भाजपा सिर्फ सदस्यता रिन्यू न करने का हवाला पार्टी दे रही है।

अनिल ने कहा, पार्टी से नहीं मिली निष्कासन की सूचना

मंडी— लोकसभा चुनावों में भाजपा से दूर हुए पूर्व मंत्री अनिल शर्मा को अभी तक भाजपा से निष्कासन की कोई जानकारी नहीं मिली है। अनिल शर्मा ने बताया कि उन्हें समाचार पत्रों से ही पता चला है, लेकिन उन्हें पार्टी की तरफ से ऐसी कोई सूचना नहीं आई है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो वह इस बार विधानसभा में भाजपा से अलग बैठकर अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाएंगे। जो काम रुके पडे़ हैं और लोगों की समस्याएं हैं, उन्हें वह सदन में रखेंगे। उन्होंने कहा कि अब कार्यकर्ता जो चाहेंगे, वही होगा। कांग्रेस में वापस लौटने की बात पर अनिल शर्मा ने कहा कि समर्थक और कार्यकर्ता ही अब अगल कदम तय करेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष लेंगे फैसला

ऊना— भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल  सत्ती ने कहा है कि अनिल शर्मा की विधायक के रूप में सदस्यता पर विधानसभा अध्यक्ष ही कोई फैसला लेंगे। बुधवार को ऊना में पत्रकारों से रू-ब-रू सत्ती ने कहा कि  अनिल शर्मा की पार्टी से संबद्धता पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के बेटे ने जब कांग्रेस टिकट से मंडी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, उसी समय मुख्यमंत्री जयमराम ठाकुर ने उन्हें कैबिनेट मंत्री पद से निष्काषित कर दिया था। अब जो विधायक के रूप में सदस्यता का मामला है, वह विधानसभा में तय होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की है। विधानसभा में आगे क्या होता है, इसको देखकर पार्टी तय करेगी है कि क्या निर्णय लेना है।