अब सोनीपत सेंटर शिफ्ट होंगे साई के कबड्डी प्लेयर्ज

अक्तूबर में कोच जयपाल चंदेल के रिटायर होने से परेशान प्रदेश के होनहार

बिलासपुर – स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) बिलासपुर में वॉलीबाल के बाद अब कबड्डी खिलाडि़यों के समक्ष प्रैक्टिस एवं खेल की बारीकियां सीखने का संकट पैदा हो जाएगा। होस्टल इंचार्ज जयपाल चंदेल जो कबड्डी कोच हैं, अक्तूबर में रिटायर हो जाएंगे। उनकी रिटायरमेंट के साथ ही कबड्डी खिलाड़ी कोचिंग से वंचित हो जाएंगे। ऐसे हालात में खिलाडि़यों को कबड्डी कोच की उपलब्धता वाले हरियाणा के सोनीपत सेंटर में शिफ्ट किया जा सकता है। बिलासपुर साई होस्टल से वॉलीबाल कोच के जाने के बाद अब महज बॉक्सिंग व कबड्डी के ही कोच रह गए हैं, जिनमें से कबड्डी कोच के सेवानिवृत्त होने के बाद अकेला कोच ही रह जाएगा। वॉलीबाल कोच का पद रिक्त है, जिस कारण खिलाडि़यों को जम्मू सेंटर में शिफ्ट किए जाने की चर्चा है। जानकारी के मुताबिक, 1987 में अस्तित्व में आए बिलासपुर के साई होस्टल में इस समय तीन खेलों में बाकायदा ट्रायल प्रक्रिया से गुजरने के बाद खिलाडि़यों को एडमिशन दी गई है। कबड्डी खेल में 25, तो बॉक्सिंग में 20 खिलाड़ी हैं, जबकि वॉलीबाल के 20 खिलाडि़यों को जम्मू शिफ्ट करने की चर्चा है।  उधर, इस संदर्भ में बात करने पर साई के इंचार्ज एवं कबड्डी कोच जयपाल चंदेल ने बताया कि वॉलीबाल कोच के न होने से खिलाडि़यों को जम्मू शिफ्ट किए जाने को लेकर लिखित आदेश नहीं मिले हैं। मगर इस बावत चंडीगढ़ स्थित आला अधिकारियों के साथ फोन के जरिए बातचीत की गई है। बातचीत में ऐसे संकेत मिले हैं और खिलाडि़यों के पेरेंट्स की कंसेंट लेने को कहा गया है। इसके अलावा कबड्डी के खिलाडि़यों को भी दो महीने बाद प्रैक्टिस एवं खेल की बारीकियां सीखने की समस्या आएगी, क्योंकि वह अक्तूबर में रिटायर हो जाएंगे। जयपाल चंदेल ने बताया कि कोच की नियुक्ति करने या फिर उन्हें ही अगले एक साल के लिए सेवा विस्तार दिए जाने का आग्रह किया गया है।