ओम की पेंटिंग से एकता का संदेश

शिमला  – चित्रकार ओम प्रकाश ने एक ऐसी पेंटिंग बनाई है, जो अपनी सुंदरता के साथ एकता का संदेश दे रही है।  इसमें बताया गया है कि प्यास लगने पर कैसे विभिन्न धर्मों के लोग एक नदी पर पानी पीने के लिए पहुंचते हैं। उंगलियों से बनाई गई पेंटिंग लुप्त हो रही पहाड़ी चित्रकला को ही नहीं बचा रही, बल्कि स्वतंत्रता के असली मायने भी जनता को बता रही है। गौर हो कि प्रदेश के नामी चित्रकार ओमप्रकाश सुजानपुरी का नाम प्रदेश सरकार ने भारत सरकार को पद्मश्री पुरस्कार ने लिए भेज दिया है। इनके  नाम की सिफारिश भाषा संस्कृति विभाग की निदेशक कुमुद सिंह की ओर से भारत सरकार को भेजी गई है। ओमप्रकाश सुजानपुरी ने अनेकता में एकता को लेकर बनाई गई पेंटिंग के बारे में बताया कि यह पेटिंग काफी चर्चित है। लगभग 25 वर्ष पहले बनाई गई इस पेंटिंग की खास बात यह है कि जीवन देने वाली एक ही नदी का पानी हिंदु, मुस्लिम, सिख और ईसाई पी रहे हैं। यह हाथों से बनाया विशेष तरह का कागज़ है, जो सांगामेर जयपुर से लाया गया है और इस पर रंग भी खुद ही तैयार करके चढ़ाए गए हैं। फूल पत्तियों और मिट्टी के माध्यम से चित्र बनाया गया है।