कर्मियों को जागरूक करेगा परिवहन मजदूर संघ

प्रदेशाध्यक्ष ने दी जानकारी, मंडी में तीन सितंबर से होगी जनजागरण की शुरुआत

बिलासपुर -हिमाचल परिवहन मजदूर संघ तीन सितंबर से जनजागरण अभियान का शुभारंभ मंडी जिला से करेगा। इस बाबत प्रदेश कार्यकारिणी से चर्चा के बाद रणनीति तैयार की गई है। अभियान के तहत कर्मचारियों को लंबित मांगों को लेकर पूर्व में किए गए कार्यों व आंदोलनों के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत करवाया जाएगा। रविवार को यहां जारी बयान में परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर, राजन वर्मा, नंदलाल, संदीप शर्मा, प्रताप ठाकुर, राम कुमार शर्मा, सतीश नड्डा, जयप्रकाश, कैलाश चंद, संतोष कुमार, रणजीत सिंह, सुनील कटोच, सूरजमणि, राकेश ठाकुर, बालकराम मोल्टा, ईश्वर चंद्र, सर्वजीत, राजेश ठाकुर और राजेंद्र ठाकुर ने हाल ही में बिलासपुर में हुए संयुक्त परिवहन कर्मचारी समन्वय समिति के कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं। कर्मचारी नेताओं के अनुसार प्रदेश सरकार को अपना मांग पत्र देने से पहले कर्मचारियों को यह बताने की हिम्मत जुटाएं कि पूर्व परिवहन मंत्री को दस रुपए के स्टांप पेपर पर माफीनामे किस खुशी के लिए दिए थे? उन्होंने कहा कि परिवहन मजदूर संघ के बिना न तो एचआरटीसी में कोई संयुक्त समन्वय समिति बन सकती है और न ही आज इसकी जरूरत है। परिवहन मजदूर संघ के नेताओं ने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद एचआरटीसी के कुछ नाटकबाजों का कामधंधा चौपट होकर रह गया है। उन्होंने कहा कि 14 जून 2016 के आंदोलन के बाद से खामोश और हाशिए पर पड़े लोग अब आगे आकर अपने को चर्चा में लाने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन इनके अतीत को देखते हुए परिवहन कर्मचारी इनके झांसे में नहीं आने वाले।

कुछ लोग कर रहे भ्रमित

उन्होंने कहा कि बिलासपुर में एचआरटीसी के कुछ लोगों ने परिवहन कर्मियों को भ्रमित करने का असफल प्रयास किया है और इस कार्यक्रम का परिवहन कर्मचारियों के सबसे बड़े और शक्तिशाली संगठन परिवहन मजदूर संघ ने बहिष्कार किया है। इसके साथ ही इस बार तैयार किए गए 13 सूत्रीय मांग पत्र में ऐसी कौन सी मांग है जो 14 जून, 2016 के उस ऐतिहासिक आंदोलन में नहीं थी, जिसमें उन्होंने कर्मचारी हित में वार्ता करने के बजाए निजी स्वार्थ में माफियां मांगने को देरी नहीं लगाई थी।